पिथौरागढ़ की इस नामी पहाड़ी का सफर अब नहीं होगा आसान, जिला प्रशासन ने उठाया ठोस कदम

पिथौरागढ़ के  मुनस्यारी के पर्यटन स्थल खलिया टॉप पर पिछले कुछ सालों में एडवेंचर टूरिज़्म बढ़ा है, तो यहां टूरिस्ट के खो जाने का मामले भी सामने आया है। जिसके बाद से प्रशासन सख्त नियम बनाने जा रहा है। 

Asianet News Hindi | Published : May 19, 2022 11:08 AM IST

पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के मुनसियारी के पास स्थित खलीया टॉप पर अब टूरिस्ट के लिए मुश्किल होने वाला है। इस खलिया टॉप से लगातार गायब हो रहे टूरिस्ट की वजह से प्रशासन ठोस कदम उठाने जा रही है। कई बार लगातार सैलानियों के गायब या लापता होने की घटनाओं के बाद से प्रशासन सख्त होने जा रहा है। गर्मी के सीजन में यहां पर भारी संख्या में टूरिस्ट आते है जिसका कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता था। बीते समय में खलिया टॉप के रास्त में अलग-अलग घटनाओं में चार सैलानी लापता हुए थे जिन्हें प्रशासन के लिए खासा सिरदर्द रहा। इसी सिरदर्द से बचने और टूरिस्ट को गायब होने को लेकर कवायद शुरू की गई है।

यूपी के बरेली जिले के दो टूरिस्ट हुए थे गायब
दरअसल उत्तर प्रदेश के बरेली से आए दो टूरिस्ट खलिया टॉप में गायब हो गए थे। दोनों को खोजने के लिए 50 से अधिक घंटे लग गए। दोनों सैलानी रास्ता भटक गए थे और थककर एक चट्टान के नीचे मिले थे। इन सैलानियों को खोजने के लिए उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए थे। इसके पश्चात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ही सोशल मीडिया पर ये भी बताया था कि इस खोज अभियान के लिए हेलीकॉप्टर भी रेस्कयू टीम को मुहैया करवाया गया। इस हादसे के बाद से अब खलिया टॉप पर जाने वाले सभी टूरिस्ट के रिकॉर्ड को रखे जाने की तैयारी है।

खलिया टॉप जाने वाले लोगों को दी जाएगी जानकारी
डीएम पिथौरागढ़ आशीष चौहान ने बताया कि खलिया टॉप जाने वाले सभी टूरिस्ट का रिकॉर्ड रखा जाएगा। साथ ही उन्हें रूट के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। इसी के लिए डीएम आशीष चौहान ने वन विभाग को निर्देश जारी किए। इसके लिए रूट पर साइन बोर्ड लगाने के लिए वन विभाग को दस लाख की धनराशि भी दी गई है। खलिया टॉप ट्रेकिंग रूट भी है और बीते कुछ सालों में यहां साहसिक पर्यटकों की तादाद काफी बढ़ी हैं। जिले के मुनस्यारी तहसील में मौजूद खलिया टॉप 3500 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। 

3500 मीटर की ऊंचाई पर बसा है खलिया टॉप
खलिया टॉप पर पहुंचने के लिए तहसील मुख्यालय से छह किलोमीटर का ट्रेक करना होता है। खलिया टॉप पहुंचकर टूरिस्ट का ऐसा नजारा देखने को मिलता है कि जिसकी कल्पना शायद ही किसी ने की हो। इतनी ऊंचाई में अनंत मैदान और हर तरफ बर्फ की सफेद चादर किसी को भी आकर्षित करने के लिए पर्याप्त रूप से मौजूद होती है। प्रदेश के पिथौरागढ़ जिले में खलिया टॉप 3500 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। 

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