कल्याण सिंह का अंतिम दर्शन: पीएम मोदी और संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसाबले ने दी श्रद्धांजलि

कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार 23 अगस्त को नरोरा घाट पर किया जाएगा। इस दिन सार्वजनिक अवकाश रहेगा। रविवार को कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर विधानभवन में और इसके बाद भाजपा कार्यालय में दर्शन के लिए रखा गया है। दोपहर दो बजे उनका पार्थिव शरीर अलीगढ़ ले जाया जाएगा।

Asianet News Hindi | Published : Aug 22, 2021 4:39 AM IST / Updated: Aug 22 2021, 09:13 PM IST

लखनऊ। भाजपा के कद्दावर नेता व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का अंतिम दर्शन करने हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी है। अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन को हर कोई बेताब है।रविवार को पूर्व सीएम के आवास पर पहुंचकर पीएम मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत विपक्ष के कई बड़े नेताओं, सरकार के मंत्री-विधायकों ने उनको श्रद्धासुमन अर्पित की है। शनिवार की रात में उन्होंने 89 साल की उम्र आखिरी सांस ली। राममंदिर के पुरोधा कल्याण सिंह के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है। यूपी ने तीन दिनों का राजकीय शोक व एक दिन का अवकाश घोषित किया है जबकि उत्तराखंड ने एक दिन का राजकीय घोषित किया है। उधर, राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार ने भी कल्याण सिंह के सम्मान में दो दिनों का राजकीय शोक व एक दिन के अवकाश का ऐलान किया है। राजस्थान के सभी पीएसयू, सरकारी दफ‌्तर व स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। सीएम गहलोत ने पूर्व सीएम के निधन पर शोक संवेदना प्रकट की है। 

 

 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसाबले ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। 

कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर लखनऊ से अलीगढ़ लाया गया है। अलीगढ़ में उनके शव को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। अलीगढ़ के होलकर स्टेडियम में उनके शव के अंतिम दर्शन के लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं। 
 

 

पत्नी-बेटा फफक कर रो पड़े

रविवार को आवास पर पिता के शव को देखकर उनके पुत्र राजवीर सिंह अपने आंसू न रोक सकें। वह अपने पिता के शव से लिपट कर फफक कर रो पड़े। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य उनको ढांढ़स बंधाते हुए दिखे। एटा से सांसद राजवीर सिंह ने कहा कि भले ही वह हमारे बीच शारीरिक रूप से न हों, लेकिन वह लोगों के दिलों में थे और रहेंगे। उनका निधन नहीं हुआ है, वह अमर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हम उनके अधूरे कामों को पूरा करेंगे।

कल्याण सिंह की पत्नी रामवती देवी का ताे रोकर बुरा हाल है। पति का शव देखकर आंखों से केवल आंसू झर रहे। उनके आंसू देख बेटे राजवीर भी रो पड़े। 

 

पूर्व सीएम कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अलीगढ़ के लिए रवाना

बीजेपी कार्यालय श्रद्धासुमन अर्पित किए जाने के बाद पूर्व सीएम कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अलीगढ़ के लिए रवाना किया गया। इसके पहले यहां बीजेपी कार्यालय पर लोगों ने उनका अंतिम दर्शन कर नमन किया। पूर्व सीएम की अंतिम यात्रा की मॉनिटरिंग व व्यवस्था के लिए प्रदेश सरकार लगी हुई है। सीएम योगी, दोनों  डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डॉ.दिनेश शर्मा समेत कई मंत्री-विधायक-सांसद व पार्टी पदाधिकारी लगातार साथ बने हुए हैं। काबीना मंत्री सुरेश राणा को व्यवस्था के लिए पहले ही अलीगढ़ भेज दिया गया है जबकि मंत्री अशोक कटारिया को उनके पैतृक गांव में व्यवस्था संभालने के लिए भेजा गया है। 

 

पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

पूर्व सीएम कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए पीएम मोदी रविवार को लखनऊ पहुंचे। हवाई अड्डे पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आदि ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी यहां से सीधे पूर्व सीएम कल्याण सिंह के आवास पर उनका अंतिम दर्शन के लिए रवाना हो गए। यहां आवास पर पूर्व सीएम कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर को नमन करते हुए अंतिम दर्शन किया। परिजन से मिलकर शोक संवेदना जताई। पीएम की अगवानी के लिए आवास पर यूपी के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा व पूर्व मंत्री कुसुम राय मौजूद रहे।

राजनाथ सिंह भी पहुंचे, दी श्रद्धांजलि

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी यूपी के लखनऊ पहुंचे और पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी। राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पूर्व सीएम कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वे भारतीय राजनीति के एक मजबूत स्तंभ थे। मुझे उनके साथ लंबे समय तक काम करने का मौका मिला। मैं उन्हें 1977 से जानता हूं। मैंने एक राजनीतिक नेता, बड़े भाई और एक दोस्त के रूप में उनकी भूमिका देखी है।

साध्वी ऋतंभरा ने भी पूर्व सीएम के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह पूरे जीवन प्रभु श्री राम की सेवा करते रहे। 

 

मुरली मनोहर जोशी ने किया याद

वयोवृद्ध नेता मुरली मनोहर जोशी ने कल्याण सिंह को याद करते हुए भावुक हो कहा कि यह मेरी व्यक्तिगत क्षति है। हमने लाठी-गोलियां साथ साथ खायी थीं। उनकी रिक्ति को भर पाना नामुमकिन है। वह किसी जाति विशेष के लीडर नहीं बल्कि सर्वप्रिय नेता था। वह किसानों, पिछड़ों और दबे-कुचलों के इकलौते नेता थे। 

 

विधानसभा से पार्टी कार्यालय पर रखा गया पार्थिव शरीर

आवास पर श्रद्धांजलि देने के बाद विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। यहां प्रतिपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी समेत विधायक-मंत्रियों व अन्य नेताओं ने उनको श्रद्धासुमन अर्पित किया। श्रद्धांजलि देने वालों में सुरेश खन्ना, मोती सिंह, मुकुट बिहारी वर्मा आदि शामिल रहे। 

यहां कुछ देर के बाद बीजेपी कार्यालय पर अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को ले जाया गया। यहां भारी संख्या में कार्यकर्ता अपने नेता को अंतिम विदाई के लिए मौजूद रहे। केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भी पार्टी दफ‌्तर पहुंच श्रद्धांजलि दी है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, सुनील बंसल सहित कई मंत्री व विधायक, पदाधिकारी मौजूद रहे। 

 

 

कल्याण सिंह के माता-पिता ने जो नाम दिया था, उसे सार्थक किया: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने लखनऊ पहुंच कर उनको श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि हम सबके लिए शोक की घड़ी है। कल्याण सिंह के माता-पिता ने उनको जो नाम दिया था, उस नाम को सार्थक किया। वह जीवन भर जनकल्याण के लिए जिए। जनकल्याण को जीवन मंत्र बनाया। कल्याण सिंह जी भारत के कोने-कोने में एक विश्वास का नाम बन गए थे। एक प्रतिबद्ध निर्णयकर्ता नाम बन गए थे। जीवन के अधिकतम समय वे जनकल्याण के लिए हमेशा प्रयत्नरत रहे। उनको जो भी जब दायित्व मिला, चाहे विधायक, सरकार के रूप में या गवर्नर के रूप में हमेशा विश्वास का प्रतीक बने।  उन्होंने कहा कि एक मूल्यवान शख्सियत, एक सामर्थवान नेता खोया है। उनकी कमी को पूरा हम उनके आदर्शाें और उनके सपनों को साकार करने की दिशा में प्रयास कर कर सकते हैं। हम उनके सपनों को पूरा करने में हम कोई कमी नहीं रखें। मैं भगवान श्रीराम से प्रार्थना करता हूं कि वे कल्याण सिंह को अपने चरणों में स्थान दें और इस दु:ख की घड़ी में उनके परिवार को यह सहने की शक्ति दें।  

 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, आदि भी पहुंचने वाले हैं। उधर, यूपी के बाद उत्तराखंड ने भी पूर्व सीएम कल्याण सिंह को नमन करते हुए आज एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। आज प्रदेश में तिरंगा आधा झुका रहेगा।

मायावती सुबह पहुंचकर दी श्रद्धांजलि

कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन के लिए रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पहुंचे और श्रद्धासुमन अर्पित किया। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कल्याण सिंह का अंतिम दर्शन किया। मायावती ने यहां पूर्व सीएम के पौत्र से मिलकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी पूर्व सीएम के आवास पर मौजूद हैं। 

विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित, जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, बृजेश पाठक, स्वाति सिंह, मोहसिन रजा, राजा भैया, मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव, स्वामी प्रसाद मौर्य ने स्वर्गीय सिंह का अंतिम दर्शन किया। लोकप्रिय नेता के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया याद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी है। 

 

 

 

 

शनिवार को हुआ था निधन

पूर्व सीएम कल्याण सिंह का 21 अगस्त को निधन हो गया। राजस्थान के पूर्व राज्यपाल रह चुके कल्याण सिंह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बीते साल वह कोरोना को मात देकर लौटे थे। कल्याण सिंह 89 साल के थे। पूर्व मुख्यमंत्री को बीते 4 जुलाई को पीजीआई में भर्ती कराया गया था। काफी दिनों से वह यहां आईसीयू में रहे। धीरे-धीरे उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। 

नरोरा घाट पर होगा अंतिम संस्कार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर शोक जताते हुए तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। इस अवधि में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। मुख्यमंत्री ने कल्याण सिंह का अंत्येष्टि संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किए जाने की भी घोषणा की है। 

कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार 23 अगस्त को नरोरा घाट पर किया जाएगा। इस दिन सार्वजनिक अवकाश रहेगा। रविवार को कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर विधानभवन में और इसके बाद भाजपा कार्यालय में दर्शन के लिए रखा गया है। दोपहर दो बजे उनका पार्थिव शरीर अलीगढ़ ले जाया जाएगा। 

अलीगढ़ के अतरौली में हुआ था जन्म

बीजेपी के वयोवृद्ध नेता कल्याण सिंह का जन्म अलीगढ़ के अतरौली में 5 जनवरी 1932 में हुआ था। बीए तक की पढ़ाई करने के बाद वह राजनीति में आ गए। भारतीय जनसंघ से उन्होंने चुनावी सफर का शुभारंभ किया था। यूपी के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके कल्याण सिंह राममंदिर आंदोलन के अगुवा के रूप में भी याद किए जाएंगे। बाबरी मस्जिद विध्वंस के दौरान उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलाने से इनकार कर दिया था और इसके बाद उनकी सरकार को बर्खास्त कर दिया गया था। 

यह भी पढ़ें:

कल्याण सिंह: जिनके राज में हाईस्कूल-इंटर पास करने पर युवा गर्व से कहते- हम कल्याण राज के पास आउट हैं

यूपी में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का 89 साल की उम्र में निधन, PM Modi से लेकर सीएम तक ने जताया दुःख

Share this article
click me!