यूपी के वाराणसी जिले में शुक्रवार को 15 जेट्टियों का उद्घाटन और शिलान्यास होगा। इसके शुरू होने से गंगा किनारे रहने वाले व्यापारियों को बहुत लाभ मिलेगा। वाराणसी के अलावा बलिया, गाजीपुर, चंदौली में भी जेट्टियां बन रही है।
अनुज तिवारी
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के जिले वाराणसी में आज वाराणसी में कुल 15 फ्लोटिंग जेट्टी उद्घाटन का कार्यक्रम है, जिसमें 7 का उद्घाटन है और 8 का शिलान्यास होना हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग की तरह जल मार्ग से भी व्यापार और आवागमन के लिए वाराणसी से हल्दिया तक टर्मिनल बनाया जा रहा है। वाराणसी से हल्दिया तक जलमार्ग को जोड़ने के लिए गंगा में कुल 60 सामुदायिक फ्लोटिंग जेट्टीयां बनाई जा रही है। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा शुक्रवार को रविदास घाट पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सात जेट्टीयों का उद्घाटन और आठ जेट्टीयों का शिलान्यास करेंगे। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्वानंद सोनेवाल, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री श्रीपत नायक, केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर, कैबिनेट मंत्री महेंद्र पांडेय, उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह सहित आदि लोग शामिल होंगे।
कच्ची जगह से नाव चलाने में होती थी दुर्घटनाएं
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के मुख्य अभियंता रविकांत ने बताया कि यह कार्यक्रम भारतीय अंतर जलमार्ग द्वारा आयोजित है। इसमें कल मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश एवं केंद्रीय मंत्री सहित अन्य बड़े मंत्री मौजूद रहेंगे। साथ ही बताया कि जेट्टी बनने से गंगा के तट के आसपास रहने वाले लोग हैं। उनको अपना व्यवसाय करने में सुविधा मिलेगा। उन्होंने बताया कि वह लोग कच्चे जगहों से अपनी नाव को चलाते, जिससे अक्सर दुर्घटना होने की संभावनाएं होती थी। जब उन्हें सुदृढ़ एक प्लेटफार्म मिलेगा, उससे वह आराम से अपनी नौकरी चला सकते हैं। यह जेट्टी कहीं भी ले जाई जा सकती है। वह कहीं दूसरे जगह भी ले जाकर उसका उपयोग कर सकते इसका उपयोग वह फास्टर तरीके से कर सकते हैं।
यहां बन रही है जेट्टीयां
उत्तरप्रदेश के 4 जिलों (वाराणसी, बलिया, गाज़ीपुर, चंदौली) में जेट्टीयां बन रही है। इन आठ जेट्टीयों का कल होगा शिलान्यास वाराणसी के सामनेघाट, गाज़ीपुर के चोचकपुर, डूंगरपुर, सैदपुर, जामनिया, शिवपुर घाट, बलिया के कंसपुर, मझुआ का होगा। वही वाराणसी के संत रविदास घाट, कैथी, किलाघाट, राजघाट, बलिया के उज्जीयार घाट, गाज़ीपुर के कलेक्टर घाट और चंदौली के बलुआ घाट पर बन रही सात जेट्टीयों का लोकार्पण कल होगा।
गांव व शहर के कस्बों को नदी के यातायात के माध्यम से जुड़ेंगे
राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पर 60 से अधिक सामुदायिक जेट्टियों का निर्माण किया जा रहा हैं । जिससे गंगा तट पर रहने वाले लगभग 60 करोड़ 50 लाख लोग लाभान्वित होंगे। इसके माध्यम से स्थानीय उत्पादों की आवाजाही आसान हो सकेगी। इससे इनके व्यापार के दायरे को बढ़ा कर स्थानीय अर्थव्यवस्था को भारी बढ़ावा मिलेगा। जिसके परिणाम स्वरूप क्षेत्र का समस्त विकास होगा। जो बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करेगा। इन सामुदायिक जेट्टियों को 3 मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है।
1.कंक्रीट फ्लोटिंग जेट्टी
2.एचडीपीई फ्लोटिंग जेट्टी
3.फ्लोटिंग स्टील पोंटून जेट्टी
इन सभी घाटों पर रैंप, प्रतीक्षालय ,टिकट काउंटर सोलर लाइट आदि की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। 15 मीटर लंबी साढ़े 4 मीटर चौड़ी 4 मीटर ऊंची सामुदायिक जेट्टी के डिजाइन को आईआईटी खड़कपुर द्वारा मान्यता दी गई है।