काशी के घाटों के ठीक सामने योगी सरकार टेंट सिटी बसाने को लेकर पहल कर रही है। यह टेंट सिटी कई मायनों में बेहद खास बनाने के लिए लगातार रूपरेखा तैयार की जा रही है। गुजरात के रन ऑफ कच्छ और जैसलमेर के सेंड ड्यून्स की तर्ज पर ही इस टेंट सिटी को भी विकसित किया जाएगा।
वाराणसी: काशी के घाटों को लेकर दुनियाभर में उनका आकर्षण देखने को मिलता है। गंगा के किनारे बने घाट के लिए यहां पूरी दुनिया से लोग आते रहते हैं। हालांकि अब इस प्राचीन और जीवंत शहर काशी में टेंट सिटी बसने जा रहा है। काशी में टेंट सिटी ऐतिहासिक घाटों के ठीक सामने बसेगा। इसके बाद गंगा के किनारे बसे इन तम्बुओं से आप शहर से खूबसूरत अर्धचंद्राकार 84 घाटों का नजारा देख पाएंगे। टेंट सिटी में आने वाले पर्यटकों के लिए अध्यात्म, खान-पान, पारंपरिक मनोरंजन, सेमिनार और कॉन्फ्रेंस की सुविधाएं भी होंगी। इस बीच चांदनी रात में टेंट सिटी की आभा देखते ही बनेगी।
गुजरात और जैसलमेर की तर्ज पर होगा निर्माण
गुजरात के रन ऑफ कच्छ और जैसलमेर के सेंड ड्यून्स की तर्ज पर ही काशी की टेंट सिटी को विकसित किया जाएगा। इसको लेकर वाराणसी विकास प्राधिकरण की ओर से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जारी किया जा चुका है। इसको लेकर अंतिम तिथि 15 मई 2022 दी गई है। आपको बता दें कि काशी में कायाकल्प के बाद से ही बदलते स्वरूप को निहारने के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा देखा जा रहा है। वहीं इस बीच पर्यटकों की बेहतर सुविधाओं के मद्देनजर योगी सरकार यहां टेंट सिटी बनाने का प्रस्ताव भी ला रही है।
500 हेक्टेयर में बसाया जाएगा तंबुओं का शहर
वाराणसी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष ईशा दुहन की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि लगभग 500 हेक्टेयर में तंबुओं का शहर बसाया जाएगा। यह शहर गंगा के उस पार अस्सी घाट के सामने रेत पर रामनगर से कटेसर क्षेत्र में होगा। हालांकि जरूरत के अनुसार इसका विस्तार और भी किया जा सकता है। इस टेंट सिटी में वह हर सुविधा मुहैया करवाने का प्रयास किया जाएगा जो कि किसी भी पर्यटन स्थल पर रहती है। यही नहीं यहां ठेठ बनारसी खान-पान और पारम्परिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लुत्फ उठाया जा सकेगा। यहां पर पर्यटक वाटर एडवेंचर स्पोर्टस का भी लुत्फ उठा सकेंगे।
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