काशी के नमो घाट को मिल रही नई पहचान, लोगों के आकर्षण का केंद्र बने ये तीन स्कल्प्चर

काशी में उत्तरी छोर पर गंगा किनारे स्थित खिड़किया घाट अब नमो घाट के रूप में पहचान पा रहा है। यहां नमस्ते आकार के तीन स्कल्प्चर बनाए गए हैं। इसके अलावा इसी तरह का चौथा स्कल्प्चर भी जल्द ही आकर ले लेगा जो इन तीनों से करीब तीन गुना बड़ा होगा। इसे देखकर लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में नमो घाट के नाम से पुकारने लगे हैं।
 

/ Updated: May 03 2022, 06:45 PM IST

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वाराणसी: काशी में उत्तरी छोर पर गंगा किनारे स्थित खिड़किया घाट अब नमो घाट के रूप में पहचान पा रहा है। यहां नमस्ते आकार के तीन स्कल्प्चर बनाए गए हैं। इसके अलावा इसी तरह का चौथा स्कल्प्चर भी जल्द ही आकर ले लेगा जो इन तीनों से करीब तीन गुना बड़ा होगा। इसे देखकर लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में नमो घाट के नाम से पुकारने लगे हैं। प्रशासनिक कार्यवाही में भी मौखिक रूप से नमो घाट ही बोला जा रहा है। हालांकि, लिखा-पढ़ी में अब तक नमो घाट का नाम नहीं है। भाजपा पार्षद सुशील गुप्ता प्रस्ताव भी बना रहे हैं ताकि सदन में चर्चा कर नमो घाट का नाम दस्तावेज में दर्ज कराया जा सके।

वर्तमान में जो नमस्ते आकार के तीन स्कल्प्चर बनाए गए हैं उसमें दो की ऊंचाई 25-25 फीट है जबकि एक थोड़ा कम ऊंचा है। जो चौथा स्कल्प्चर बनेगा उसकी ऊंचाई करीब 75 फीट होगी। जो स्कल्प्चर बने हैैं वे मोल्डेड एलाय (मिश्रित धातु) के हैं जबकि प्रस्तावित चौथा स्कल्प्चर कापर का बनाया जा रहा है। काशी के घाटों पर पर्यटकों का हुजूम उमड़े और बेहतर सुविधाएं विकसित हों, इसके लिए पर्यटन विभाग, नगर निगम समेत अन्य कई विभागों ने सुविधाएं विकसित करने का खाका तैयार किया है।

दशाश्वमेध, अस्सी घाट के बाद विकास का केंद्र खिड़किया घाट है। यहां करीब 11.5 एकड़ एरिया में 35.83 करोड़ से आधुनिकतम सुविधाएं विकसित हो रही है। इसमें 1.6 एकड़ भूमि पर बहुउद्देशीय प्लेटफार्म बना है। इस नए पर्यटन स्थल को जल, थल व नभ तीनों से जोड़ा जा रहा है। जाएगा। यहां दो हेलीपैड बनाए जा रहे है। ई-रिक्शा कारिडोर भी जोड़ा जाएगा। बहुउद्देशीय प्लेटफार्म पर बच्चों, बुर्जुर्गों व दिव्यांगों के लिए भी सुविधाएं रहेंगी। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम दर्शन व वाटर स्पोट्स का लुत्फ लेने के लिए टिकट बुङ्क्षकग, नाव व बजड़े की सुविधा मिलेगी। मार्निंग वाक, व्यायामशाला के अलावा यहां लाइब्रेरी भी होगी। फूड प्लाजा, आरओ प्लांट के साथ ही शिल्प से जुड़े कारीगरी को स्थान दिया जाएगा।

खिड़किया घाट पुनरुद्धार कार्य में तीन नमस्ते आकार के स्कल्प्चर बनाए गए हैं, इसे देखकर लोग नमो घाट कहने लगे हैं। हालांकि, इस बाबत अब तक कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है।