ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का कार्य सोमवार को पूरा हो गया है। रिपोर्टस में दावा किया गया कि टीम में शामिल एक सदस्य को अंदर दाखिल होने से रोका गया। इस बीच वादी पक्ष ने बाबा के मिलने का भी दावा किया।
वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे का कार्य सोमवार को पूरा हो गया। हालांकि इस बीच मीडिया रिपोर्टस में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया कि सर्वे टीम ने एक सदस्य को हटा दिया है। इस सदस्य को सर्वे की जानकारी लीक करने के आरोप में हटाया गया है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गई है।
टीम में शामिल सदस्य को रोका गया
रिपोर्टस में दावा किया गया कि सोमवार को सर्वे टीम में शामिल वरिष्ठ पत्रकार डॉ राम प्रसाद सिंह को सर्वे में शामिल होने से रोका गया। उन पर सर्वे की जानकारी लीक करने के आरोप लगाए गए। सर्वे की जानकारी को बाहर बताए जाने के संदर्भ में ही उन्हें अंदर जाने से रोका गया। आपको बता दें कि सोमवार को भी अदालत द्वारा अनिवार्य वीडियोग्राफी सर्वे का काम कड़ी सुरक्षा के बीच में हुआ। इस बीच वह टीम के सभी लोग मौजूद रहे।
17 मई को पेश की जाएगी पूरी रिपोर्ट
सूत्रों ने बताया कि तहखाने के अंदर एक हिस्से में जमा मलबे व पानी को बाहर निकाल कर वीडियोग्राफी करवाई गई इसके बाद गुंबद में फिर से वीडियोग्राफी हुई। इसकी बनावट को लेकर हाई लेंस कैमरे से फोटोग्राफी की गई। कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार और रविवार को 80 से 85 फीसदी सर्वे हुआ था। इस पूरे सर्वे की रिपोर्ट 17 मई को पेश की जाएगी। इसे सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट में पेश किया जाएगा। मस्जिद में चल रहे सर्वे को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को भी जानकारी दी गई। वहीं सर्वे के बाद बाहर आए वादी पक्ष के द्वारा दावा किया गया कि बाबा मिल गए। हालांकि इस बारे में स्पष्ट बात उनकी ओर से नहीं बताई गई।
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