
मेरठ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव संपन्न होते ही योगी सरकार का बुलडोजर ऑपरेशन शुरू हो चुका है। प्रदेश में माफिया के खिलाफ कार्रवाई के कारण बुलडोजर बाबा के नाम से विख्यात हो चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के दूसरे कार्यकाल में दंबगों के खिलाफ एक्शन जारी है। टीपी नगर के जगन्नाथ पुरी स्थित ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो से खरीदे गए पार्क में बनाई गई अवैध दुकानों पर बुलडोजर चला दिया गया है। बताया जा रहा है कि बद्दो के कुछ करीबियों ने मेरठ के एक पार्क की जमीन हड़प ली और उसपर फैक्ट्री बनवा दी थी। इसको लेकर बद्दो पर आरोप लगे कि उसकी शह में रहकर ही आरोपियों ने जमीन पर कब्जा किया।
भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत के बाद एक बार फिर से माफियाओं पर बुलडोजर चलता नजर आ रहा है। अब सूबे के कुख्यात माफिया बदन सिंह बद्दो के करीबियों पर यह बुलडोजर गरजता दिख रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का कुख्यात माफिया अवैध शराब तथा जमीन पर कब्जा करने के मामले में कार्रवाई के बाद से फरार है। मंगलवार को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने माफिया के अवैध कब्जे के खिलाफ अभियान प्रारंभ कर दिया है। इसी क्रम में मेरठ में कार्रवाई की गई।
दुकानों पर बुलडोजर चलाकर किया ध्वस्त
टीपी नगर के जगन्नाथ पुरी में पार्क की जमीन पार्षद राजीव उर्फ काले के साले शिव कुमार की पत्नी रेनू गुप्ता के नाम है। एमडीए की टीम ने मंगलवार को पुलिस को साथ लेकर दुकानों पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। शिवकुमार ने यह दुकान पटेल नगर के कबाड़ी नईम को किराए पर दी हुई है। सोतीगंज बंद होने के बाद नईम कबाड़ी ने जगन्नाथपुरी में अपना गोदाम बना रखा था। दुकानें ध्वस्त होने के बाद नईम कबाड़ी अपना सामान उठा रहा है।
गौरतलब है कि कुख्यात शराब माफिया बदन सिंह बद्दो मेरठ में पुलिस हिरासत से भागा था। फरारी काट रहे बदन सिंह पर ढाई लाख का इनाम घोषित है। नईम कबाड़ी ने बताया कि दुकानें कुछ महीने पहले ही शिवकुमार से किराए पर ली थी। थाना प्रभारी विवेक शर्मा का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर बदन सिंह बद्दो और उसके सहयोगियों ने अवैध कब्जा कर रेनू गुप्ता के नाम बैनामा करा दिया था। जिस पर अवैध तरीके से बिना अनुमति के दुकानें बना दी गई थी।
कौन है माफिया बदन सिंह बद्दो
बद्दो की हिस्ट्र्रीशीट 26 सालों से चली आ रही है। मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र के पंजाबीपुरा का रहने वाला बदन सिंह बद्दो लगभग 26 साल पहले एक मामूली सा ट्रक ड्राइवर था। फिर, मारपीट और जानलेवा हमले की छोटी-मोटी घटनाओं में उसका नाम मुख्यारोपियों में आने लगा। धीरे-धीरे उसके क्राइम की गति और सीरियसनेस दोनों बढ़ने लगे और बदन सिंह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुशील मूंछ और भूपेंद्र बाफर के संपर्क में आया। यहां से वह लगातार अपराध जगत की सीढ़ियां चढ़ता गया।
बड़ी हत्याओं के मामले है बद्दो का नाम
कुख्यात बदन सिंह के खिलाफ हत्या से लेकर जमीन कब्जा करने तक सैकड़ों केसेस दर्ज हैं। केवल व्यवसायी पवित्र मैत्रेय की हत्या का भी वह मुख्यारोपी है। साल 2011 में सदर थाना क्षेत्र में हुई बसपा जिला पंचायत सदस्य संजय गुर्जर की हत्या में भी बद्दो वॉन्टेड है। इतना ही नहीं, एडवोकेट देवेंद्र गुर्जर हत्याकांड में बद्दो को आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है।
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