योगी सरकार का दावा: कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई कोई मौत

प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस MLC दीपक सिंह द्वारा पूछे गए एक सवाल पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी भी व्यक्ति की मौत की सूचना नहीं है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 17, 2021 3:41 AM IST

लखनऊ: विधान परिषद में सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन (Oxygen)की कमी से किसी की मौत नहीं हुई है। कांग्रेस नेता दीपक सिंह (Deepak Singh) के सवाल के जवाब में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह (Jay Pratap Singh) ने बताया कि प्रदेश में कोरोना से 22,915 मौतें हुई हैं, लेकिन इनमें से एक भी मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं बताई गई है। इस पर सपा सदस्य उदयवीर सिंह ने कहा कि आगरा के पारस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से मौत के मामले में सरकार ने कार्रवाई की है। फिर सरकार यह झूठ कैसे बोल सकती है। इस पर नेता सदन दिनेश शर्मा ने कहा कि आप लोगों को प्रदेश सरकार की तारीफ करनी चाहिए कि इस बड़ी आपदा में जो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी उसे रोका गया।

प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस MLC दीपक सिंह द्वारा पूछे गए एक सवाल पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी भी व्यक्ति की मौत की सूचना नहीं है।

कांग्रेस एमएसली दीपक सिंह ने कहा कि सरकार के ही कई मंत्रियों ने पत्र लिखकर कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी के कारण मौतें हो रही हैं। इसके अलावा कई सांसद भी ऐसी शिकायत कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से मौतों की अनेक घटनाएं सामने आई है। क्या पूरे प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से जो मौतें हुई थी उनके बारे में सरकार के पास कोई सूचना नहीं है। क्या गंगा में बहती लाशें और ऑक्सीजन की कमी से तड़पते लोगों को क्या सरकार ने नहीं देखा था।

ऑक्सीजन की कमी को लेकर पारस अस्पताल पर हुई थी कार्रवाई

इस पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी के एमएलसी उदयवीर सिंह ने कहा कि आगरा में पारस अस्पताल के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार ने कार्यवाही की क्योंकि उनके अस्पताल के डॉक्टर का वीडियो वायरल हुआ था और यह तथ्य भी सामने आया कि ऑक्सीजन की कमी होने के कारण आधे मरीजों को ऑक्सीजन दी गई और आधे मरीजों की मृत्यु हो गई। जिलाधिकारी के निर्देश पर ऑक्सीजन आपूर्ति बंद की गई थी। इस पर सरकार ने खुद कार्यवाही की है फिर सरकार सदन में यह गलत बयानी कैसे कर सकती है कि उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई?

मृत्यु प्रमाण पत्र में ऑक्सीजन की कमी से मौत का जिक्र नहीं

उत्तर- प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीज की मौत होने पर उसका मृत्यु प्रमाण पत्र डॉक्टर के माध्यम से लिखकर आता है। प्रदेश में अभी तक कोविड-19 के कारण जिन 22915 मरीजों की मृत्यु हुई है उनमें से किसी के भी मृत्यु प्रमाण पत्र में कहीं भी ऑक्सीजन की कमी से मौत का जिक्र नहीं है। 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विभिन्न बीमारियों और असाध्य रोगों की वजह से मृत्यु हुई है। ऑक्सीजन की कमी पहले थी। सभी लोग जानते हैं कि उस दौरान दूसरे प्रदेशों से लाकर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई थी। जहां तक पारस अस्पताल की बात है तो उस मामले में पूरी जांच की गई थी। जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर की जांच रिपोर्ट भी आई थी जिसमें एक मॉक ड्रिल करने की बात आई थी। उसमें ऑक्सीजन की कमी से किसी की भी मृत्यु का जिक्र नहीं है।

कुमार विश्वास ने किया ट्वीट

स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह के जवाब के तौर पर किया गया कुमार विश्वास का ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। उनके द्वारा साझा की गई तस्वीर में एक महिला ऑटो में अपने बेहोश पति को संभालती नजर आ रही है। इस फोटो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि हुजूर, आप कहते हैं तो फिर ठीक ही कहते होंगे।
 

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