बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के पैगंबर पर बयान को लेकर पूरे देश में उबाल जारी है। इसी को लेकर अभी भी नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग उठ रही है।
बरेली: योगी सरकार ने अब मौलाना तौकीर रजा पर शिकंजा कर दिया है। पैगंबर मोहम्मद पर बयान को लेकर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग करते हुए हजारों लोगों की भीड़ जुटाने वाले आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उनके खिलाफ बरेली कोतवाली की पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि प्रदर्शन के लिए 1500 लोगों की अनुमति दी गई थी। लेकिन आयोजकों ने हजारों की भीड़ बुला ली।
आईएमसी के नेताओं ने अनुमति की शर्तों का किया उल्लंघन
आईएमसी के नेताओं ने अनुमति की शर्तों का उल्लंघन किया है। 1500 लोगों के बजाय हजारों की भीड़ बुलाई गई। इस मामले में सिटी मजिस्ट्रेट राजीव पांडे की ओर से कोतवाली में आईएमसी जिला अध्यक्ष फरहत खान और महानगर अध्यक्ष मखदूम बेग के खिलाफ धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
वहीं दूसरी तरफ सिटी मजिस्ट्रेट राजीव पांडेय ने आईएमसी के जिलाध्यक्ष फरहत खान और महानगर अध्यक्ष मखदूम बेग के प्रार्थना पत्र पर 19 जून को प्रदर्शन की अनुमति दी थी। अनुमति में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि 1500 लोगों से ज्यादा की भीड़ इस्लामिया ग्राउंड में नहीं होगी। कोविड-19 का पालन किया जाएगा।
इससे पहले योगी की बुलडोजर नीति पर खड़ा कर चुके है सवाल
बुलडोज़र की कार्रवाई को लेकर इत्तेहाद ए मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने तीखा बयान दिया है। कहा है कि सरकार बुलडोज़र की एकतरफा कार्रवाई कर रही है। अगर यह कार्रवाई नहीं रोकी गई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। बोले- मुसलमान जिस दिन सड़कों पर आएगा, उस दिन किसी को भी संभालना मुश्किल होगा। उनके इस तरह के बयानबादजी के बाद अब योगी सरकार ने उन पर कार्रवाई करते हुए एक्शन ले लिया है और कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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