Dashbhuja Ganesh Temple Ujjain: आपने अब तक भगवान का श्रृंगार फूलों व अन्य चीजों से होते हुए देखा होगा, लेकिन मध्य प्रदेश के एक गणेश मंदिर में रोटी, बाफले और समोसों से भगवान का बहुत ही सुंदर श्रृंगार किया गया है। इस अनूठे श्रृंगार के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
उज्जैन. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की धार्मिक राजधानी कहे जाने वाले उज्जैन (Ujjain) में अनेक प्राचीन मंदिर हैं, जिनके दर्शन के लिए रोज हजारों भक्त यहां आते हैं। ऐसा ही एक मंदिर है दशभुजा गणेश का। यहां हर बुधवार को आकर्षक श्रृंगार किया जाता है। इस बार भी 23 नवंबर, बुधवार को कुछ ऐसा ही श्रृंगार यहां पर किया गया, जिसके फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं। आगे जानिए ये श्रृंगार किन चीजों से किया गया है…
रोटी, समोसों और बाफलों से किया श्रीगणेश का श्रृंगार
वीडियो में श्रृंगार करने की जो वस्तुएं दिख रही हैं वो है रोटी, बाफले और समोसे। संभवतया आज तक किसी भी मंदिर में इस तरह का अनोखी श्रृंगार नहीं किया गया। यही कारण है इस तरह के अनूठे श्रृंगार की वजह से मंदिर के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। हर बुधवार को इस मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। भक्तों की इस मंदिर के प्रति काफी आस्था है।
श्मशान में है ये गणेश मंदिर
- इस गणेश मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है ये शहर में नहीं बल्कि शहर से दूर श्मशान में स्थित है। श्मशान में होने के कारण इस प्रतिमा का तांत्रिक महत्व भी है।
- इस मंदिर का उल्लेख स्कंदपुराण के अवंतिका खंड में भी मिलता है। गणेशजी की ये प्रतिमा दुर्लभ है क्योंकि 10 भुजाओं वाली गणेश प्रतिमा बहुत कम देखने को मिलती है। - श्रीगणेश की ये प्रतिमा इसलिए भी खास है क्योंकि उनकी गोद में संतोषी माता बैठी दिखाई देती हैं। आमतौर पर श्रीगणेश की प्रतिमाओं में रिद्धि-सिद्धि दिखाई देती हैं, लेकिन यहां श्रीगणेश की पुत्र संतोषी उनके साथ हैं।
- पूरे देश में तंत्र-मंत्र सिद्धियां पाने के लिए 4 श्मशान प्रमुख माने गए हैं, उज्जैन का श्मशान में भी इनमें से एक है। इसे चक्रतीर्थ कहा जाता है। इसलिए यहां स्थित दशभुजा नाथ गणपति का मंदिर भी बहुत खास माना गया है।
कैसे पहुंचें?
- भोपाल-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर स्थित उज्जैन एक पवित्र धार्मिक नगरी है। ट्रेन के माध्यम से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।
- उज्जैन का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट इंदौर में है, जो यहां से 55 किलोमीटर दूर है। इंदौर से उज्जैन जाने के लिए बसें भी आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं।
- मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों से भी सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
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