वीडियो डेस्क। कोरोना और ओमिक्रॉन दोनों का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। हर रोज लाखों कोरोना के केस सामने आ रहे हैं। इसी बीच सवाल उठा है कोरोना के सैंपल को लेकर। महामारी की शुरुआत से ही कोरोना वायरस की जांच के लिए नाक से सैंपल लेने की बात कही जा रही है।
वीडियो डेस्क। कोरोना और ओमिक्रॉन दोनों का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। हर रोज लाखों कोरोना के केस सामने आ रहे हैं। इसी बीच सवाल उठा है कोरोना के सैंपल को लेकर। महामारी की शुरुआत से ही कोरोना वायरस की जांच के लिए नाक से सैंपल लेने की बात कही जा रही है। वहीं वर्तमान स्थिति को देखते हुए जरूरत है समझने की कि जांच का कौन सा तरीका सही है। संक्रमण का पता लगाने के लिए नाक या मुंह कौन सा सैंपल लेना चाहिए। वैज्ञानिकों के द्वारा की गई रिसर्च में कई बातें सामने आईं। वायरस सबसे पहले मुंह या फिर गले में पहुंचता है। नाक के मुकाबले मुंह वाले सैंपल में 3 गुना ज्यादा वायरस होते हैं। साथ ही मुंह से लिया गया सैंपल 12 गुना ज्यादा बेहतर और सटीक होता है। साथ ही ओमिक्रॉन का पता लगाने के लिए सेलाइवा सैंपल बेहतर है।