सरकार के प्रयास और पराली न जलाने की गुहार का कोई असर फिलहाल दिल्ली की हवा पर होता नहीं दिख रहा है।
वीडियो डेस्क। सरकार के प्रयास और पराली न जलाने की गुहार का कोई असर फिलहाल दिल्ली की हवा पर होता नहीं दिख रहा है। गुरुवार को हरियाणा-पंजाब में पराली जलने की घटनाओं ने साल का नया रेकॉर्ड बनाया, जिसके चलते दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण में इसका योगदान 44 फीसदी रहा, जबकि अनुमान 25 फीसदी का जताया गया था। पराली का योगदान बढ़ने का दूसरा बड़ा कारण हवा की धीमी रफ्तार भी है। केंद्र की एजेंसी सफर के मुताबिक गुरुवार को हरियाणा पंजाब के इलाकों में पराली जलने की घटनाएं इस साल सबसे ज्यादा दर्ज की गईं। एजेंसी के मुताबिक गुरुवार को सेटेलाइट के जरिए 3178 घटनाओं के बारे में उसे पता चला, जोकि इस साल अब तक की सबसे ज्यादा हैं। जहरीली हवा लोगों को बीमार बना रही है। दुनिया भर में हर साल 30 लाख से ज्यादा लोग वायु प्रदूषण से मर जाते हैं। अधिकांश मौतों की स्थिति एशिया में होती है। विभिन्न शहरों और महानगरों में वायु प्रदूषण मानव जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया है इसलिए वायु प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और स्वस्थ हवा में सांस लेने के लिए उचित कदम उठाने आवश्यक हैं। कैसे इस जहरीली हवा से बचें और क्या बीमारियां इससे हो सकती है बता रहे डॉ पीएन अग्रवाल एमडी डीएम स्वास रोग विशेषज्ञ एव स्वाइन फ्लू रोग विशेषज्ञ।