चिकनगुनिया, वायरल इन्फैक्शन के कारण, मानसून के मौसम के दौरान आम तौर पर होने वाली कुछ बीमारियों में से एक है। यह बीमारी मनुष्यों में, चिकनगुनिया वायरस ले जाने वाले मच्छरों के काटने के कारण होती है!ऐडीस इजिप्ती और एडीस एल्बोपिक्टस मच्छर वे हैं जो वायरस लेकर आते हैं।चिकनगुनिया होने पर कैसा आहार लेना चाहिए इसके बारे में बता रही हैं डायटीशियन डॉक्टर पायल परिहार।
वीडियो डेस्क। चिकनगुनिया, वायरल इन्फैक्शन के कारण, मानसून के मौसम के दौरान आम तौर पर होने वाली कुछ बीमारियों में से एक है। यह बीमारी मनुष्यों में, चिकनगुनिया वायरस ले जाने वाले मच्छरों के काटने के कारण होती है!ऐडीस इजिप्ती और एडीस एल्बोपिक्टस मच्छर वे हैं जो वायरस लेकर आते हैं।चिकनगुनिया होने पर कैसा आहार लेना चाहिए इसके बारे में बता रही हैं डायटीशियन डॉक्टर पायल परिहार।
चिकनगुनिया के क्या कारण है?
मच्छर से उत्पन्न बीमारी, चिकनगुनिया, मुख्यत:,एशिया, अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका में होने वाली बीमारी है जो ,तेजी से खतरनाक होती जा रही है। चिकनगुनिया वायरस व्यक्ति से व्यक्ति में संचारित होता है अगर, उपरोक्त प्रजातियों की मादा मच्छर उन्हें काटती हैं तो। बीमारी आमतौर पर काटने के 4 से 6 दिनों तक अपने लक्षण दिखाना शुरू नहीं करती है। ये मच्छर आमतौर पर दिन और दोपहर के समय में काटते हैं, और चिकनगुनिया के मच्छर घर से ज्यादा बाहर काटते हैं। हालांकि, वे घर के अंदर भी पैदा हो सकते हैं।
लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन इस बीमारी के प्रमुख लक्षणों के बारे में बताता है
1. अचानक बुखार
2. हड्डियों में दर्द
3. मांसपेशियों में दर्द
4. सरदर्द
5. नोसिया
6. थकान
7. रैशेस