वीडियो डेस्क। दिवाली पर प्रदूषण का स्तर सामान्य दिनों के मुकाबले ज्यादा हो जाता है, इसलिए प्रदूषण से बचना बहुत जरुरी है। इसलिए हर रोज अपने आस-पास और जहां आप जा रहे हैं वहां का प्रदूषण स्तर चैक कर लें और उसके बाद ही वहां जाए। अगर वहां ज्यादा प्रदूषण होता है तो वहां जाने से बचें और आवश्यक उपाय करें। दिवाली पर सबसे ज्यादा उत्साह पटाखों का होता है और लोग लंबे समय से पटाखें चलाने के लिए ही दिवाली का इंतजार करते रहते हैं। यह तो आप सब जानते होंगे कि पटाखे आपके शरीर और वातावरण के लिए कितने खतरनाक होते हैं। इसलिए पटाखों ना छोड़ें और अगर आपको सांस या फेफड़ों संबंधी बीमारी है तो जहां पटाखे छोड़े जा रहे हो, वहां जाने से बचें। पर्यावरणविद डॉक्टर सुभाष सी. पांडेय ने बताया वो बेसिक टिप्स जिससे प्रदूषण होने से रोक सकते हैं और अपनी सेहत का ध्यान भी रख सकते हैं।
वीडियो डेस्क। दिवाली पर प्रदूषण का स्तर सामान्य दिनों के मुकाबले ज्यादा हो जाता है, इसलिए प्रदूषण से बचना बहुत जरुरी है। इसलिए हर रोज अपने आस-पास और जहां आप जा रहे हैं वहां का प्रदूषण स्तर चैक कर लें और उसके बाद ही वहां जाए। अगर वहां ज्यादा प्रदूषण होता है तो वहां जाने से बचें और आवश्यक उपाय करें। दिवाली पर सबसे ज्यादा उत्साह पटाखों का होता है और लोग लंबे समय से पटाखें चलाने के लिए ही दिवाली का इंतजार करते रहते हैं। यह तो आप सब जानते होंगे कि पटाखे आपके शरीर और वातावरण के लिए कितने खतरनाक होते हैं। इसलिए पटाखों ना छोड़ें और अगर आपको सांस या फेफड़ों संबंधी बीमारी है तो जहां पटाखे छोड़े जा रहे हो, वहां जाने से बचें। पर्यावरणविद डॉक्टर सुभाष सी. पांडेय ने बताया वो बेसिक टिप्स जिससे प्रदूषण होने से रोक सकते हैं और अपनी सेहत का ध्यान भी रख सकते हैं।