बदलते मौसम में मौसमी बीमारियां उन लोगों को ज्यादा तंग करती हैं, जिनकी जीवनी शक्ति (इम्यूनिटी) कमजोर हो गई है। डायटिशियन विनिता मेवाड़ा ने के मुताबिक ऐसे लोगों को चाहिए कि वे अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को बेहतर बनाएं।
वीडियो डेस्क। बदलते मौसम में मौसमी बीमारियां उन लोगों को ज्यादा तंग करती हैं, जिनकी जीवनी शक्ति (इम्यूनिटी) कमजोर हो गई है। डायटिशियन विनिता मेवाड़ा ने के मुताबिक ऐसे लोगों को चाहिए कि वे अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को बेहतर बनाएं। रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी, तो कई बड़ी बीमारियों और इंफेक्शंस से भी शरीर खुद-ब-खुद अपना बचाव कर लेगा। जिंदा लोगों में रोग प्रतिरोधक तंत्र (इम्यून सिस्टम) नाम का एक ऐसा मेकनिजम होता है, जो इन बैक्टीरिया, वायरस और माइक्रोब्स को शरीर से दूर रखता है। इंसान के मरते ही उसका इम्यून सिस्टम भी खत्म हो जाता है और शरीर पर हमला करने की ताक में बैठे माइक्रोब्स बॉडी को अपनी गिरफ्त में ले लेते हैं। यानी हमारे शरीर के भीतर एक प्रोटेक्शन मेकनिजम है, जो शरीर की तमाम रोगों से सुरक्षा करता है। इसे ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कहते हैं।