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Apr 15 2020, 04:21 PM IST / Updated: Apr 15 2020, 04:21 PM IST
वीडियो डेस्क। पूरी दुनिया में हाहाकार मचाने वाले कोरोना वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं है। अगर इसके संक्रमण से बचना है तो सिर्फ सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है। ऐसे में जरूरी है कि आप लॉकडाउन के नियमों का पालन करें और घर पर सुरक्षित रहें। वहीं हम आपको बता रहे हैं कि अगर किसी को कोरोना वायरस है तो कैसे पता लगेगा। कितने दिनों में सांस लेने में तकलीफ होती है और कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
वीडियो डेस्क। पूरी दुनिया में हाहाकार मचाने वाले कोरोना वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं है। अगर इसके संक्रमण से बचना है तो सिर्फ सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है। ऐसे में जरूरी है कि आप लॉकडाउन के नियमों का पालन करें और घर पर सुरक्षित रहें। वहीं हम आपको बता रहे हैं कि अगर किसी को कोरोना वायरस है तो कैसे पता लगेगा। कितने दिनों में सांस लेने में तकलीफ होती है और कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
पहले दिन- मरीज का बदन तेज बुखार से तपने लगता है। साथ ही सूखी खांसी और जुकाम की समस्या भी सताने लगती है।
अगले 3 दिन में तकलीफ इनती बढ़ जाती है कि मांसपेशियां दर्द करने लगती हैं। जोड़ों में और गले में असहनीय दर्द होता है।
पांचवे दिन मरीज को सांस लेने में परेशानी होने लगती है। अगर पहले से आपको कोई बीमारी है तो ये समस्या बढ़ती जाती है।
एक दिन बाद ही आपको ये एहसास होने लगता है कि अब आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
यानि के तकरीबन 1 हफ्ते के बाद आपके फेफड़ों में तेजी से बलगम बढ़ने लगता है। सांस लेने में और तकलीफ होती है।
सांस नहीं ले पाने की वजह से मरीज के सीने में दर्द बढ़ जाता है।
कोरोना का संक्रमण आसानी से दिखाई नहीं देता ये 2 से 10 दिन तक का समय लेता है। और यही वजह है कि संक्रमण आसानी से फैल जाता है।
संक्रमण ना फैले इसके लिए जरूरी है कि आप खुद को साफ रखें, हाथ धोते रहें, और मास्क पहनें।