समूचे विश्व को कोविड-19 ने गिरफ्त में ले रखा है। इससे बचने के लिए लोगों ने घर में रहकर लगभग ढाई महीने का वक्त गुजारा। इस दौरान कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम के जरिए कर्मचारियों को घर से ही काम करने की छूट दी। हालांकि अब अनलॉक-1 चल रहा है, लेकिन अभी काफी हद तक वर्क फ्रॉम होम का विकल्प आजमाया जा रहा है। ऐसे में लगातार लैपटॉप, मोबाइल पर काम करना और देर तक टीवी स्क्रीन से चिपके रहना आंखों के लिए कई तरह समस्या का कारण बन रहा है। जानें इस पर क्या है विशेषज्ञों की राय
समूचे विश्व को कोविड-19 ने गिरफ्त में ले रखा है। इससे बचने के लिए लोगों ने घर में रहकर लगभग ढाई महीने का वक्त गुजारा। इस दौरान कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम के जरिए कर्मचारियों को घर से ही काम करने की छूट दी। हालांकि अब अनलॉक-1 चल रहा है, लेकिन अभी काफी हद तक वर्क फ्रॉम होम का विकल्प आजमाया जा रहा है। ऐसे में लगातार लैपटॉप, मोबाइल पर काम करना और देर तक टीवी स्क्रीन से चिपके रहना आंखों के लिए कई तरह समस्या का कारण बन रहा है। जानें इस पर क्या है विशेषज्ञों की राय