कोरोना संक्रमण के बीच संभालें अपनी आंखों की रोशनी, खतरनाक है ब्लैक फंगस

कोरोना संक्रमण के बीच संभालें अपनी आंखों की रोशनी, खतरनाक है ब्लैक फंगस

Published : May 14, 2021, 04:54 PM IST


वीडियो डेस्क।  देश में कोरोना वायरस के साथ-साथ म्यूकोरमाइकोसिस का खतरा भी अब बढ़ता जा रहा है। देश में म्यूकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के मामले देखने को मिल रहे हैं। इस बीमारी के तहत मरीज की आंख की रोशनी जाने और जबड़े और नाक की हड्डी गलने का खतरा रहता है। ये इतनी गंभीर बीमारी है इसमें सीधे मरीज को आईसीयू में भर्ती करना पड़ रहा है।  कानपुर में दो मरीजों में से एक की आंखों का आकार बड़ा हो गया, जबकि दूसरे की आंखों का हिलना डुलना बंद हो गया। कुछ अन्य मरीज भी आंखों में जलन व दर्द की समस्या लेकर आ चुके हैं। चिकित्सक लोगों को हल्के लक्षण प्रकट होने पर ही तत्काल सचेत हो जाने और तळ्रंत इलाज कराने की सलाह दे रहे हैं। इसमें चूक आंखों की रोशनी तक खत्म कर सकती है। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है ? इसका इलाज क्या है बता रही मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की डॉक्टर अंजु गुप्ता जी  

म्यूकोरमाइकोसिस क्या है?
अमेरिका के सीडीसी के मुताबिक, म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस एक दुर्लभ फंगल इंफेक्शन है। लेकिन ये गंभीर इंफेक्शन है, जो मोल्ड्स या फंगी के एक समूह की वजह से होता है। ये मोल्ड्स पूरे पर्यावरण में जीवित रहते हैं। ये साइनस या फेफड़ों को प्रभावित करता है। 

इसके लक्षण कब दिखाई देते हैं?
कोरोना वायरस से ठीक होने के दो-तीन दिन बाद म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई देते हैं। कोरोना से ठीक होने के दो-तीन दिन बाद पहले ये संक्रमण साइनस में दिखता है और उसके बाद आंख तक जाता है। वहीं अगले 24 घंटे में ये फंगस दिमाग तक हावी हो सकता है। 


वीडियो डेस्क।  देश में कोरोना वायरस के साथ-साथ म्यूकोरमाइकोसिस का खतरा भी अब बढ़ता जा रहा है। देश में म्यूकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के मामले देखने को मिल रहे हैं। इस बीमारी के तहत मरीज की आंख की रोशनी जाने और जबड़े और नाक की हड्डी गलने का खतरा रहता है। ये इतनी गंभीर बीमारी है इसमें सीधे मरीज को आईसीयू में भर्ती करना पड़ रहा है।  कानपुर में दो मरीजों में से एक की आंखों का आकार बड़ा हो गया, जबकि दूसरे की आंखों का हिलना डुलना बंद हो गया। कुछ अन्य मरीज भी आंखों में जलन व दर्द की समस्या लेकर आ चुके हैं। चिकित्सक लोगों को हल्के लक्षण प्रकट होने पर ही तत्काल सचेत हो जाने और तळ्रंत इलाज कराने की सलाह दे रहे हैं। इसमें चूक आंखों की रोशनी तक खत्म कर सकती है। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है ? इसका इलाज क्या है बता रही मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की डॉक्टर अंजु गुप्ता जी  

म्यूकोरमाइकोसिस क्या है?
अमेरिका के सीडीसी के मुताबिक, म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस एक दुर्लभ फंगल इंफेक्शन है। लेकिन ये गंभीर इंफेक्शन है, जो मोल्ड्स या फंगी के एक समूह की वजह से होता है। ये मोल्ड्स पूरे पर्यावरण में जीवित रहते हैं। ये साइनस या फेफड़ों को प्रभावित करता है। 

इसके लक्षण कब दिखाई देते हैं?
कोरोना वायरस से ठीक होने के दो-तीन दिन बाद म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई देते हैं। कोरोना से ठीक होने के दो-तीन दिन बाद पहले ये संक्रमण साइनस में दिखता है और उसके बाद आंख तक जाता है। वहीं अगले 24 घंटे में ये फंगस दिमाग तक हावी हो सकता है। 

08:53Oral Cancer को लेकर बड़ी खोज, छत्तीसगढ़ के रिसर्चर्स का कमाल । Keshav Kant Sahu
03:03conjunctivitis treatment: इस तरह सिर्फ 24 घंटे में ठीक करें Eye Flu- Video
06:07Heart Attack Avoid Tips: हार्ट अटैक का टलेगा खतरा, जानें क्या करें और क्या ना करें?
03:31सुबह से लेकर रात तक डायबिटीज पेशेंट की डाइट कैसी होनी चाहिए- देखें वीडियो
02:41वेट लॉस के दौरान भूलकर भी ना करें ये पांच चीजें, नहीं तो कम होने की जगह बढ़ने लगेगा वजन
01:08भीषण गर्मी में भी खुद को रखना है कूल तो भूलकर भी न करें ये 10 गलतियां, देखें Video
01:18World Brain Tumor Day 2023: इन लक्षणों को कभी न करें नजरअंदाज, ब्रेन ट्यूमर की ओर करते हैं इशारा, देखें Video
06:30Health alert: डस्ट स्टॉर्म से सेहत को हो सकते हैं ये गंभीर नुकसान, इस तरह करें बचाव
14:29हार्ट-स्ट्रोक, किडनी फेल का खतराः कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रवेश विश्वकर्मा से जानें कितना खतरनाक है हाइपरटेंशन
01:38अचानक अगर हार्ट अटैक आ जाए तो क्या करें, देखें डॉक्टर का वायरल वीडियो..