वीडियो डेस्क। कोरोना वायरस की दूसरी लहर में कई लोगों की मौत फेफड़ों में फैले वायरस के संक्रमण से हो गई है। ऐसे में आप सब के लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि कोविड-19 आपके फेफड़ों को कैसे प्रभावित करता है? मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अग्रवाल अस्पताल के एमडी वरिष्ठ डॉ. श्वास रोग विशेषज्ञ पीएन अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस मानव फेफड़ों को बहुत बुरी तरीके से जकड़ लेता है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया कोविड-19 बीमारी की चुनौती का सामना कर रही है। कोरोना वायरस भारत में अचानक फिर से फैल गया है और यह एक बड़ी चुनौती है। बहुत सारे संक्रमण और बहुत सारी मौतें कोरोना वायरस के कारण हो रही हैं। उन्होंने कहा, कोरोना का यह वायरस सबसे पहले शुरुआत में गले में संक्रमण शुरू कर देता है और अगर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में नहीं रहती है तो उसके बाद वायरस सीधे आपके फेफड़ों में जाता है और फेफड़ों में संक्रमण का कारण बनता है।
फेफड़ों को मजबूत जरूरी
कोरोना काल में सेहतमंद रहना किसी चुनौती से कम नहीं है। इस वायरस से शरीर के सभी अंग प्रभावित होते हैं। खासकर फेफड़े अधिक प्रभावित होते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना वायरस के डबल म्युटेंट वैरिएंट के चलते संक्रमितों को सांस संबंधी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। इस स्तिथि में ऑक्सीजन सैचुरेशन 94 से कम हो जाता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कई एडवायजरी जारी कर लोगों को आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है। इनमें N-95 पहनना, शारीरिक दूरी का पालन करना और साफ़-सफाई का विशेष ख्याल रखना शामिल हैं।
वीडियो डेस्क। कोरोना वायरस की दूसरी लहर में कई लोगों की मौत फेफड़ों में फैले वायरस के संक्रमण से हो गई है। ऐसे में आप सब के लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि कोविड-19 आपके फेफड़ों को कैसे प्रभावित करता है? मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अग्रवाल अस्पताल के एमडी वरिष्ठ डॉ. श्वास रोग विशेषज्ञ पीएन अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस मानव फेफड़ों को बहुत बुरी तरीके से जकड़ लेता है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया कोविड-19 बीमारी की चुनौती का सामना कर रही है। कोरोना वायरस भारत में अचानक फिर से फैल गया है और यह एक बड़ी चुनौती है। बहुत सारे संक्रमण और बहुत सारी मौतें कोरोना वायरस के कारण हो रही हैं। उन्होंने कहा, कोरोना का यह वायरस सबसे पहले शुरुआत में गले में संक्रमण शुरू कर देता है और अगर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में नहीं रहती है तो उसके बाद वायरस सीधे आपके फेफड़ों में जाता है और फेफड़ों में संक्रमण का कारण बनता है।
फेफड़ों को मजबूत जरूरी
कोरोना काल में सेहतमंद रहना किसी चुनौती से कम नहीं है। इस वायरस से शरीर के सभी अंग प्रभावित होते हैं। खासकर फेफड़े अधिक प्रभावित होते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना वायरस के डबल म्युटेंट वैरिएंट के चलते संक्रमितों को सांस संबंधी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। इस स्तिथि में ऑक्सीजन सैचुरेशन 94 से कम हो जाता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कई एडवायजरी जारी कर लोगों को आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है। इनमें N-95 पहनना, शारीरिक दूरी का पालन करना और साफ़-सफाई का विशेष ख्याल रखना शामिल हैं।