वीडियो डेस्क। नाखून चबाना (Nail Biting) बुरी आदत (Bad Habits) है ये तो हर किसी को पता है कि इससे बीमारियां हो सकतीं हैं लेकिन कितनी गंभीर बीमारियां और हेल्थ प्रॉब्लम (Health Problem) हो सकती हैं। भोपाल की सिटी हॉस्पिटल की डॉक्टर अंजु गुप्ता ने बताया कि नाखून चबाना एक ऐसी आदत है जिसको समय रहते रोका नहीं गया तो यह आदत हमारी रुटीन में ऐसे शामिल हो जाती है कि पता भी नहीं चलता कि कब हमने अपने नाखूनों को कुतरना शुरू कर दिया। नेल बाइटिंग की वजह से बैक्टेरियल इन्फेक्शन हो सकता है जिससे चेहरे पर रेडनेस, सूजन आदि आ सकते हैं।जब हम मुंह के अंदर लगातार नाखूनों ले जाते हैं तो पैरोनीशिया (Paronychia) जैसी कई बैक्टीरिया शरीर में जाकर आउट ऑफ कंट्रोल हो सकते हैं और हाथ पैर के ज्वाइंट्स को प्रभावित कर सकते हैं. इसे सेप्टिक अर्थराइटिस भी कहते हैं।
वीडियो डेस्क। नाखून चबाना (Nail Biting) बुरी आदत (Bad Habits) है ये तो हर किसी को पता है कि इससे बीमारियां हो सकतीं हैं लेकिन कितनी गंभीर बीमारियां और हेल्थ प्रॉब्लम (Health Problem) हो सकती हैं। भोपाल की सिटी हॉस्पिटल की डॉक्टर अंजु गुप्ता ने बताया कि नाखून चबाना एक ऐसी आदत है जिसको समय रहते रोका नहीं गया तो यह आदत हमारी रुटीन में ऐसे शामिल हो जाती है कि पता भी नहीं चलता कि कब हमने अपने नाखूनों को कुतरना शुरू कर दिया। नेल बाइटिंग की वजह से बैक्टेरियल इन्फेक्शन हो सकता है जिससे चेहरे पर रेडनेस, सूजन आदि आ सकते हैं।जब हम मुंह के अंदर लगातार नाखूनों ले जाते हैं तो पैरोनीशिया (Paronychia) जैसी कई बैक्टीरिया शरीर में जाकर आउट ऑफ कंट्रोल हो सकते हैं और हाथ पैर के ज्वाइंट्स को प्रभावित कर सकते हैं. इसे सेप्टिक अर्थराइटिस भी कहते हैं।