वीडियो डेस्क। सुशांत केस में ड्रग्स का एक नया एंगल निकलकर सामने आया है। जिसमें बाताया जा रहा है कि इसी ड्रग्स को रिया सुशांत को देती थीं। रिया की वाट्सअप चैट से इस बात का खुलासा हुआ है। आपको बताते हैं कि ये ड्रग कितना खतरनाक है। इस ड्रग का पूरा नाम है मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथाम्फेटामाइन। ये एक पार्टी ड्रग है जो भावनात्मक रूप से प्रभाव डालती है।
वीडियो डेस्क। सुशांत केस में ड्रग्स का एक नया एंगल निकलकर सामने आया है। जिसमें बाताया जा रहा है कि इसी ड्रग्स को रिया सुशांत को देती थीं। रिया की वाट्सअप चैट से इस बात का खुलासा हुआ है। आपको बताते हैं कि ये ड्रग कितना खतरनाक है। इस ड्रग का पूरा नाम है मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथाम्फेटामाइन। ये एक पार्टी ड्रग है जो भावनात्मक रूप से प्रभाव डालती है। ये ड्रग उत्साहित करने, भ्रामक स्थितियां पैदा करने, शक्ति और सुकून महसूस कराने का काम करती है। आपको ये भी बता दें कि UNODC की वर्ल्ड ड्रग रिपोर्ट 2020 के मुताबिक इकैस्टी पहले यूरोम में बनाई जाती थी। खास तौर पर वेस्टर्न और सेंट्रल यूरोप। ये ड्रग लेने के 45 मिनट बाद अपना काम करना शुरू करता है। बता दें कि रिया की पांचवी चैट भी 25 नवंबर 2019 की है और इस चैट में रिया चक्रवर्ती से जया कहती हैं, 'चाय, कॉफी या पानी में 4 बूंदें डालो और उसे पीने दो। असर देखने के लिए 30 से 40 मिनट रुको।' आम तौर पर MDMA का प्रयोग टैबलेट या कैप्सूल के तौर पर किया जाता है।