कोरोना वायरस से लड़ने वाली दवा तैयार करने में पूरी दुनिया के वैज्ञानिक जुटे हुए हैं लेकिन अभी तक तमाम कंपनियों ने सिर्फ टीका तैयार करने भर का दावा किया है। लेकिन टीका सफल तभी माना जाता है जब इंसानों पर क्लीनिकल ट्रायल सफल हो जाए।अब इस बीच एक अमेरिकी टीका कंपनी ने दावा किया है कि उसने न सिर्फ टीका तैयार किया बल्कि एक सफल क्लीनिकल ट्रायल भी कर लिया है अमेरिकी दवा कंपनी इनोवियो ने अपने नए टीके INO-4800 का इंसानों पर सफल क्लिनिकल ट्रायल कर लिया है। लगभग 40 लोगों पर इस टीके का परीक्षण किया गया. सबसे अच्छी बात ये है कि इस दवा का असर 94 फीसदी सफल रहा है।
वीडियो डेस्क। कोरोना वायरस से लड़ने वाली दवा तैयार करने में पूरी दुनिया के वैज्ञानिक जुटे हुए हैं लेकिन अभी तक तमाम कंपनियों ने सिर्फ टीका तैयार करने भर का दावा किया है। लेकिन टीका सफल तभी माना जाता है जब इंसानों पर क्लीनिकल ट्रायल सफल हो जाए।अब इस बीच एक अमेरिकी टीका कंपनी ने दावा किया है कि उसने न सिर्फ टीका तैयार किया बल्कि एक सफल क्लीनिकल ट्रायल भी कर लिया है अमेरिकी दवा कंपनी इनोवियो ने अपने नए टीके INO-4800 का इंसानों पर सफल क्लिनिकल ट्रायल कर लिया है। लगभग 40 लोगों पर इस टीके का परीक्षण किया गया. सबसे अच्छी बात ये है कि इस दवा का असर 94 फीसदी सफल रहा है।
क्या खास है इस टीके में
वैज्ञानिकों का कहना है कि नए टीका एक खास तरीके से काम करता है. इस टीके को इंजेक्शन की मदद से शरीर के भीतर छोड़ा जाता है। ये दवा कुल मिलाकर एक तरह का DNA है जो शरीर के भीतर कोरोना वायरस के खिलाफ इम्युन सिस्टम तैयार करता है।