भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में कर्नाटक केसरी के नाम से प्रसिद्ध गंगाधर राव बालाकृष्णा देशपांडे ने मैसूर में अंग्रेजी कानूनों को तोड़ने का काम किया। आजादी के अमृत महोत्सव में जानिए कहानी प्रसिद्ध गंगाधर राव बालाकृष्णा देशापांडे की। जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी
गंगाधरराव बालकृष्ण देशपांडे को कर्नाटक केसरी या कर्नाटक का शेर कहा जाता है। उनका जन्म 31 मार्च 1871 को बेलगावी जिले के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। एक युवा के रूप में वे स्वदेशी आंदोलन में शामिल हो गए और बाल गंगाधर तिलक के प्रबल प्रशंसक बन गए। वे गांधीजी के आह्वान पर असहयोग आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल रहे।देशपांडे ने गांधीजी के साथ न सिर्फ नमक सत्याग्रह में सहभागिता की बल्कि गिरफ्तारी भी दी। कर्नाटक केसरी को खादी भगीरथ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि उन्होंने देश में पहली खादी फैक्ट्री की स्थापना की थी। आइये जानते हैं उनकी कहानी