वीडियो डेस्क। वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में 40 छात्रों की टीम करीब 60 किलो कबाड़ से 40 तरह के आर्ट वर्क और पब्लिक यूटिलिटी की चीजें तैयार कर रही है। BHU के विजुअल आर्ट्स फैकल्टी स्थित 'अभिकल्प नवप्रवर्तन केंद्र' में चार दिवसीय वर्कशॉप में यह काम हो रहा है।
वीडियो डेस्क। वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में 40 छात्रों की टीम करीब 60 किलो कबाड़ से 40 तरह के आर्ट वर्क और पब्लिक यूटिलिटी की चीजें तैयार कर रही है। BHU के विजुअल आर्ट्स फैकल्टी स्थित 'अभिकल्प नवप्रवर्तन केंद्र' में चार दिवसीय वर्कशॉप में यह काम हो रहा है। छात्रों ने लोहे, लकड़ी और प्लास्टिक कचरा से बच्चों के खेलने का खिलौना, घर-दुकान पर सजावट के सामान और डेली उपयोग के लिए कई चीजें तैयार की हैं। इन सब आर्ट वर्क को इंटरनेशनल डिजाइन-डे 27 अप्रैल पर संस्थान की गैलरी में एग्जीबिशन के लिए सजाया जाएगा। वहीं कभी न नष्ट होने वाले सॉलिड वेस्ट के नुकसान से नेचर को बचाया भी जाएगा। स्क्रैप शिल्पी आर्टिस्ट ग्रुप के संस्थापक और BHU के PhD छात्र सौरभ सिंह की ओर से चलाए जा रहे इस वर्कशॉप में हर प्रतिभागी को एक-एक कलाकृति तैयार करनी है। हाल ही में सौरभ सिंह ने हैदराबाद स्थित रामोजी राव फिल्म सिटी में कबाड़ से घोड़ा बनाया था, जिसे 5 लाख रुपए में फिल्म सिटी हैदराबाद को बेचा गया है।