वीडियो डेस्क। नवरात्रि के पावन दिनों में मां शक्ति के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के चौथे ने देवी कूष्मांडा की पूजा की जाती है। माता के पूजन का विधान बेहद सरल है। माता सिर्फ नाम लेने से ही अपने भक्तों के डर और भय का नाश करती हैं।
वीडियो डेस्क। नवरात्रि के पावन दिनों में मां शक्ति के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के चौथे ने देवी कूष्मांडा की पूजा की जाती है। माता के पूजन का विधान बेहद सरल है। माता सिर्फ नाम लेने से ही अपने भक्तों के डर और भय का नाश करती हैं। माता का यह स्वरूप सृष्टि की संरचना को दर्शाता है। कुष्मांडा देवी ने अपने उदर से अंड अर्थात् ब्रह्मांड को उत्पन्न किया था। इसलिए उन्हें कूष्मांडा कहा गया है। मंदिर के मंहत से जानिए कूष्मांडा की महिमा।