हरदोई स्थित बावन की गोशाला में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। गोवंशों की दयनीय स्थिति पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर की है। स्थानीय कार्यकर्ताओं की सूचना पर भारी संख्या में जिले के पदाधिकारी बावन गोशाला पहुंचे। मृत गोवंश पशु आश्रय स्थल के गड्ढों में कर्मचारियों द्वारा डाले जा रहे है। जिसे देखकर बजरंग दल के पदाधिकारी अक्रोशित हो गए।
हरदोई: यूपी के हरदोई स्थित बावन की गौशाला में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। गौवंशों की दयनीय स्थिति पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर की है। स्थानीय कार्यकर्ताओं की सूचना पर भारी संख्या में जिले के पदाधिकारी बावन गौशाला पहुंचे। मृत गौवंश पशु आश्रय स्थल के गड्ढों में कर्मचारियों द्वारा डाले जा रहे है। जिसे देखकर बजरंग दल के पदाधिकारी अक्रोशित हो गए। जिससे वहां काफी देर तक बजरंगियों ने प्रदर्शन किया। गौशाला में खाने के नाम पर सड़ा व सूखा भूसा प्रयोग करने का बजरंग दल के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की सूचना पर एडीएम वंदना त्रिवेदी, सदर तहसीलदार, सीवीओ, बीडीओ सहित कई अन्य अधिकारी गौशाला पहुंचे। जहां सभी अधिकारी गौशाला में कमियों की जांच कर रहे है। एडीएम ने गौशाला के कर्मचारियों व अन्य संबंधित को फटकार लगाई है।
एडीएम वंदना त्रिवेदी ने बताया कि बावन गौशाला में पानी भरे होने की सूचना मिली, जिसमें मेरे द्वारा गौशाला का निरीक्षण किया गया। लेकिन कोई पानी भरा होना नहीं पाया गया, और कोई भी पशु मृत नहीं पाया गया है। पुराने मृत पशु डिकंपोज हो चुके है, जिनका प्रॉपर डिस्प्लोजर कराने के लिए मिट्टी डलवाई जा रही है। लेकिन मृत पशुओं का प्रॉपर निस्तारण न कराए जाने के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी और सेक्रेटरी को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि नोटिस तत्काल जारी की गई है, और केयरटेकर को हटाया गया है, प्रधान को पंचायतीराज विभाग एक्ट के तहत नोटिस जारी की जा रही है साथ ही बीडीओ को भी शोकाज नोटिस जारी की जा रही है। एडीएम ने बताया कि जिला स्तर पर पशुओं के समुचित संसाधन के लिए निर्देश जारी किए जाते है। इनके निस्तारण की जिम्मेदारी पशु चिकित्सा अधिकारी व सेक्रेटरी की होती है। किसी भी पशु की मौत वर्तमान में नहीं हुई है सारे पशु पुराने मरे हुए है, इनको मौके पर देखने पर समझ में भी आ रहा है। हालांकि दबी जुबान ग्रामीणों का कहना है कि यहां हर रोज पशुओं की मौत होती है, लेकिन प्रशासन सिर्फ पल्ला झाड़ने का काम करता है। इसी को ध्यान में रखते हुए एडीएम ने भी आज कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की है।