माघ मेला क्षेत्र में अध्यात्म की बयार बह रही है। कथावाचकों के पंडालों में कहीं रामधुन तो कहीं कृष्ण-राधा के प्रेम का बखान हो रहा है।
प्रयागराज (Uttar Pradesh)। माघ मेला क्षेत्र में अध्यात्म की बयार बह रही है। कथावाचकों के पंडालों में रामधुन तो कहीं कृष्ण-राधा के प्रेम का बखान हो रहा है। हनुमान की रामभक्ति तो कहीं एक ब्रह्म की चर्चा हो रही है। आश्रम और आश्रय स्थलों की पंक्तियां दूर-दूर तक दिखाई दे रही हैं। अखाड़े, महामंडलेश्वर, महंत और कथावाचकों के विशाल पंडालों में भीड़ बढ़ रही है। लोग देर रात तक पंड़ालों में आयोजित कार्यक्रमों को देखने और सुनने पहुंच रहे हैं। बता दें कि प्रशासन का दावा है कि एक माह तक चलने वाले इस मेले में पांच करोड़ से ज्यादा दर्शनार्थी स्नान करेंगें।