काशी के नमो घाट (खिड़किया घाट) पर एंट्री टोकन सिस्टम लागू किया है। अब यहां 10 रुपए देने के बाद ही एंट्री मिलेगी। मामले को लेकर खबर चलने के बाद इसका विरोध भी होना शुरू हो गया। जिसके बाद अधिकारियों पर दबाव होता देख तत्काल इस निर्णय को रोकने का आदेश आला अधिकारियों द्वारा दे दिया गया।
वाराणसी: बनारस का एक घाट जो बीते दिनों पर्यटकों के लिए आकर्षक का केंद्र हुआ करता था लेकिन सोशल मीडिया पर तेजी से यह घाट एक बार फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है। कारण यह है कि इस घाट पर स्मार्ट सिटी कंपनी ने मंगलवार से नमो घाट (खिड़किया घाट) पर एंट्री टोकन सिस्टम लागू किया है। अब यहां 10 रुपए देने के बाद ही एंट्री मिलेगी। वो भी सिर्फ 4 घंटे के लिए। काशी के किसी घाट पर पहली बार कोई फीस लगाई गई है। यहां 84 पुराने घाट हैं। किसी पर भी फीस नहीं लगती।
इसको लेकर एशियानेट की टीम ने मौके पर पड़ताल की फिलहाल खबर चलने के बाद इसका विरोध भी होना शुरू हो गया अधिकारियों पर दबाव होता देख तत्काल इस निर्णय को रोकने का आदेश आला अधिकारियों द्वारा दे दिया गया।
स्मार्ट सिटी के जनसंपर्क अधिकारी शाकंभरी नंदन ने बताया कि नमो घाट पर मेंटेनेंस के लिए और भीड़ को मोग्लाइस करने के लिए 10 रूपए का टिकट शुल्क लगाया था। उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों द्वारा यह निर्देश अभी आया है कि इसे कुछ देर के लिए रोक दिया जाए। उन्होंने बताया यह शुल्क मेंटेनेंस के रूप में यह लिया जा रहा है।बहुत ज्यादा पैसे नहीं लिए जा रहे हैं। घाट के रख-रखाव और इसको मेंटेन करने के लिए यह चार्ज लिया जा रहा है।