यूपी के जिले गोरखपुर में एशियानेट न्यूज हिंदी की खबर दिखाने का बड़ा असर हुआ है कि आयुष्मान कार्ड का लाभ उठाने के लिए महीनों दौड़ रहे व्यक्ति को चंद दिनों में योजना का लाभ मिल गया है। जांच पड़ताल में सामने आया कि उसके नाम से कोई दूसरा व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा रहा था।
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के जिले गोरखपुर में एशियानेट न्यूज़ हिंदी की खबर का बड़ा असर हुआ है। एशियानेट न्यूज़ हिंदी में आयुष्मान कार्ड की खबर को प्रमुखता से दिखाया गया था, जिसके बाद प्रशासन भी हरकत में आया और कई महीनों से दौड़ रहे पीड़ित का चंद मिनटों में आयुष्मान कार्ड बन गया। खबर दिखाने के बाद अब उसका असर भी सामने आ गया, अब पीड़ित एशियानेट न्यूज़ हिंदी को धन्यवाद दे रहा है। दरअसल शहर में आयुष्मान कार्ड को लेकर एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया था। शहर में बक्सिपुर के रहने वाला श्रीनाथ जिसकी एक बच्ची है, पीड़ित पिछले एक डेढ़ महीने से आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए दौड़ रहा है, लेकिन अभी तक उसका आयुष्मान कार्ड नहीं बन सका था। बाबू से लेकर उच्चाधिकारियों तक पीड़ित चक्कर लगा चुका था।
इसके बावजूद उसके हाथ सिर्फ निराशा ही लगी थी। इसको लेकर काफी खोजबीन करने के बाद उसे पता चला कि उसके नाम से किसी सिपाही का आयुष्मान कार्ड बन गया है। इतना ही नहीं वह उसकी सुविधा भी ले रहा है जबकि पीड़ित के पैर में दिक्कत है और लंगड़ाते हुए आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए चक्कर काट रहा था। इस खबर को संज्ञान में लेते हुए जिला प्रशासन ने तत्काल इस मामले को लेकर जांच शुरू कर दी फिर सीएमओ ने भी आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए जांच शुरू करा दी और दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रहा है। कई महीनों से दौड़ रहे पीड़ित के चेहरे पर मुस्कान साफ देखी जा सकती है।