राम मंदिर का फैसला आने के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है। अयोध्या में दर्शन के उद्देश्य से देश- विदेश आने वाले भक्त सबसे पहले प्रसिद्ध हनुमान गढ़ी जाते है। माना जाता है किसी भी मंदिर में दर्शन करने से पहले हनुमंत लाल का दर्शन जरूरी है। इसके बाद ही कहीं जाया जाता है। 52 बीघे में फैला हनुमान गढ़ी का विशाल परिसर सद्भावना का भी जीता जागता उदाहरण है।
अयोध्या: राम मंदिर का फैसला आने के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है। अयोध्या में दर्शन के उद्देश्य से देश- विदेश आने वाले भक्त सबसे पहले प्रसिद्ध हनुमान गढ़ी जाते है। माना जाता है किसी भी मंदिर में दर्शन करने से पहले हनुमंत लाल का दर्शन जरूरी है। इसके बाद ही कहीं जाया जाता है। 52 बीघे में फैला हनुमान गढ़ी का विशाल परिसर सद्भावना का भी जीता जागता उदाहरण है।
हनुमान गढ़ी के गद्दीनशीन महंत प्रेम दास बताते हैं कि यूं तो दुनिया मे हनुमान जी हजारों मंदिर है लेकिन अयोध्या का एक मात्र मंदिर हनुमान गढ़ी ऐसा है जहाँ बजरंग बली राजा के रूप में विराजमान हैं। उन्होंने बताया रामनगरी के सबसे ऊंचे स्थान पर हनुमान जी का मंदिर है। पहले ये एक टीला था। 700 वर्ष पहले टीले पर इमली के पेड़ के नीचे हनुमान जी का स्थान था लेकिन नवाबी काल मे सिराजुद्दौला के लड़के की तबियत खराब हुई और कहीं न ठीक होने पर वो हनुमान जी शरण में आया । बाबा अभय राम दास से ईश्वर की कृपा से लड़के को ठीक किया और खुश होकर नवाब ने मंदिर के विस्तार में सहयोग किया।
अलग प्रकार की है पूजा पद्धति
हनुमानगढ़ी की पूजा पद्धति देश के अन्य मंदिरों की अपेक्षा अलग प्रकार की है। चार पहिया है उज्जैनिया ,सागरिया, हरिद्वारी और बसंतिया । सभी के सर्वोच्च महंत है उन्ही से मंदिर की पूजा तथा अन्य व्यवस्था संचालित होती है। इसमें सर्वोच्च स्थान गद्दीनशीन का होता है जो गद्दी पर बैठने के बाद परिसर के बाहर नही निकल सकता।
कई गुना बढ़ गए श्रद्धालु आज की अयोध्या में हो रहा है विकास
हनुमानगढ़ी में माला और प्रसाद विक्रेता का मानना है की राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना इजाफा हो गया है उनका कहना है मंदिर का फैसला आने के पहले यहां के दुकानदार वर्ष में पड़ने वाले चार मेले के आश्रित थे। लेकिन अब प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का अयोध्या में आना होता है जिससे व्यवसाय बढ़ गया है योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद अयोध्या में कई हजार करोड़ का निवेश किया गया है विकास की कई इबारत लिखी जा रही है।