कानपुर के किदवईनगर नगर थाना क्षेत्र निवासी एक दंपती ने हरिद्वार स्थित आश्रम के महामंडलेश्वर प्रखरजी महाराज और उनके शिष्य पर बेटी को दीक्षा देने के बहाने दुष्कर्म करने और जबरन अपने आश्रम में रखने का आरोप लगाया था। दंपती ने राज्य महिला आयोग की सदस्य से इंसाफ की गुहार लगाई थी।
कानपुर: किदवईनगर नगर थाना क्षेत्र निवासी एक दंपती ने हरिद्वार स्थित आश्रम के महामंडलेश्वर प्रखरजी महाराज और उनके शिष्य पर बेटी को दीक्षा देने के बहाने दुष्कर्म करने और जबरन अपने आश्रम में रखने का आरोप लगाया था। दंपती ने राज्य महिला आयोग की सदस्य से इंसाफ की गुहार लगाई थी। मंगलवार को इस प्रकरण में किदवईनगर थाने में मंगलवार को दोनों के खिलाफ दुष्कर्म करने, यौन उत्पीडऩ और धमकी की धारा में रिपोर्ट दर्ज हुई। पुलिस की एक टीम जल्द आश्रम जांच करने पहुंचेगी।
किदवईनगर थाना थाना क्षेत्र के कारोबारी की पत्नी ने बताया कि 12 फरवरी 2020 को हरिद्वार स्थित एक आखाड़े के महामंडलेश्वर प्रखरजी महाराज विशेष कार्यक्रम के लिए कानपुर प्रवास पर आए थे।जिसमें उनका पूरा परिवार भी शामिल हुआ था। इस दौरान उनकी 27 वर्षीय बेटी को प्रखरजी दीक्षा देने के बहाने एकांत कमरे में ले गए। वह भी साथ चलने लगीं तो उनके साथ रहे लोगों ने रोक लिया। उनके विरोध पर भी बेटी को वो अंदर ले गए। करीब एक घंटे बाद बेटी रोते हुए बाहर निकली। पूछने पर बेटी ने बताया कि प्रखर महराज ने उसके साथ दुष्कर्म किया और मुंह खोलने पर परिवार को खत्म करने की धमकी दी। बेटी ने कहा कि तुम लोग यहां से चले जाओ। वरना ये लोग मरवा देंगे। वह बहाने से कुछ दिन बाद आ जाएगी। घटना के बाद उन्होंने बेटी को छोडऩे की प्रखर महाराज से कई बार गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने डरा-धमका कर भगा दिया।उनके गुर्गों ने मेरे साथ भी अश्लील हरकतें की। इसके बाद प्रखर महाराज बेटी को वह अपने साथ हरिद्वार के आश्रम में ले गए। उसके बाद से वह सीएम पोर्टल पर कई बार शिकायत कर चुकी हैं। यहां तक सीएम के ओएसडी को भी फोन कर घटना बता गुहार लगाई, लेकिन किसी ने भी नहीं सुनी। इसके बाद सोमवार को वह पति संग आशा ज्योति केंद्र पहुंचे। दंपती ने राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर से बेटी को छुड़ाने और आरोपित के खिलाफ कार्रवाई के लिए गुहार लगाई। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को मामले को स्वत संज्ञान में लेकर मुकदमा पंजीकृत कराने को कहा। जिसके बाद मंगलवार को किदवई नगर पुलिस ने प्रखरजी महाराज के खिलाफ दुष्कर्म,यौन उत्पीडऩ और धमकी की धारा में रिपोर्ट दर्ज की। मामले में प्रखरजी महाराज को फोन मिलाया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। उन्होंने वाट्सएप मैसेज का भी कोई जवाब नहीं दिया।