देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व० अटल बिहारी बाजपेयी का आज जन्मदिन है। देशभर में 25 दिसम्बर को क्रिसमस के पर्व के साथ अटल बिहारज बाजपेयी का जन्मदिन मनाया जा रहा है। तो आइए आपको अटल जी के जीवन से जुड़ी खास जानकारियां देते हैं।
लखनऊ: आज पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी (Atal bihari bajpai) का जन्म दिन भी मना रहा है। वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री (PM) होने के अलावा हिंदी के कवि, पत्रकार और प्रखर वक्ता भी थे। स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी के राजनीतिक जीवन से जुड़ी सबसे खास बात यह थी कि उन्हें हमेशा विरोधी की तरह सामने खड़े रहने वाला विपक्ष भी एक अच्छे नेता के रूप में देखता था। आज हम आपको पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के राजनीतिक जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प और खास बातें बताते हैं-
1) अटल बिहारी बाजपेयी 1968 लेकर 1973 तक भारतीय जन संघ के अध्यक्ष रहे, इंदिरा गांधी की ओर से देश में जब आपातकाल लगाया गया था, तब उन्हें भी जेल जाना पड़ा।
2) अटल जी देश के ऐसे पहले नेता हैं, जिन्होंने 1977 में सयुंक्त राष्ट्र की सभा में हिंदी भाषण दिया था। अटल जी ने ही सयुंक्त राष्ट्र में हिंदी भाषा को पहचान दिलवाई थी।
3) जनसंघ के टिकट पर बाजपेयी ने तीन-तीन सीटों लखनऊ, बलरामपुर और मथुरा से एक साथ चुनाव लड़े, वे बलरामपुर से सांसद बनें।
4) बाजपेयी जीवन भर अविवाहित रहे और बाद में उन्होंने एक लड़की को गोद लिया था, जिसका नाम उन्होंने नमिता रखा।
5) राजनेता से पहले अटल जी पत्रकार थे, उन्होंने पांचजन्य, राष्ट्रधर्म, वीर अर्जुन और स्वदेश जैसे अखबारों और पत्रिकाओं का संपादन किया था।
6) प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने वाले वे पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे।
7) राजनीतिक जीवन के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी 10 बार लोकसभा सदस्य चुने गए और दो बार राज्यसभा के सदस्य बने।
8) उस दौर में जब देश की सत्ता संभालने वाले ज्यादातर प्रधानमंत्री भारत को विश्वशक्ति बनाने के लिए परमाणु बम का परीक्षण करने की बात कर रहे थे, तब अटल बिहारी बाजपेयी ने लीग से हटकर पहली बार पोखरण में एक के बाद एक पांच परमाणु बम परीक्षण करने का जज्बा दिखाया। उन्होंने बड़े ही गोपनीय तरीके से इस परीक्षण को अंजाम दिलाया।
9) साल 2015 में उन्हें भारत के सबसे बड़े सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
10) अटल बिहारी बाजपेयी को भारत रत्न के अलावा पद्म विभूषण, लोकमान्य तिलक पुरस्कार, श्रेष्ठ सांसद पुरस्कार और गोविंद वल्लभ पंत पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।
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