एमवी राजमहल क्रूज से वाराणसी पहुंचे सैलानियों का भव्य स्वागत किया गया। क्रूज की सुविधाओं को लेकर सैलानी तारीफे करते नहीं थक रहे थे। यह सभी सैलानी एक हफ्ते तक वाराणसी में रहेंगे।
एमवी राजमहल वाराणसी पहुंचा क्रूज से उतरने वाले 13 ब्रिटिश, 3 जर्मन और 2 भारतीय सैलानियों का काशी के नमो घाट पर स्वागत किया गया। सैलानी 1 हफ्ते तक काशी में रहेंगे। यहां बनारस की गलियां और गंगा आरती का लुत्फ उठाएंगे। फिर फ्लाइट से वापस लौट जाएंगे।
कोलकाता से खाली क्रूज पटना तक आया था। यहां से 18 सैलानी क्रूज पर सवार हुए। पटना से 2 सितंबर को क्रूज वाराणसी के लिए रवाना हुआ। आज दोपहर में वाराणसी पहुंचा। क्रूज को पटना से वाराणसी आने में 120 घंटे का समय लगा। बता दें कि हल्दिया से वाराणसी की दूरी 1390 किलोमीटर है। 55 मीटर लंबे इस क्रूज पर एक पर्यटक का किराया 1500 डॉलर यानी 1 लाख रुपए से ज्यादा है। कोलकाता के इस क्रूज को पटना से काशी के लिए चलाया गया है।