आजादी का अमृत महोत्सव के तहत रविवार को नमामि गंगे ने राष्ट्र की सुख-समृद्धि की कामना से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर देवाधिदेव महादेव का दुग्धाभिषेक किया। काशी विश्वनाथ धाम स्थित भव्य गंगा द्वार से तिरंगा यात्रा निकाल कर स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। विश्वनाथ धाम में नव प्रतिष्ठित भारत माता की आरती उतार कर आत्मनिर्भर भारत का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान भारत माता की जय , वंदे मातरम् , रघुपति राघव राजा राम जैसे गगनभेदी उद्घोष किए।
वाराणसी: आजादी का अमृत महोत्सव के तहत रविवार को नमामि गंगे ने राष्ट्र की सुख-समृद्धि की कामना से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर देवाधिदेव महादेव का दुग्धाभिषेक किया। काशी विश्वनाथ धाम स्थित भव्य गंगा द्वार से तिरंगा यात्रा निकाल कर स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। विश्वनाथ धाम में नव प्रतिष्ठित भारत माता की आरती उतार कर आत्मनिर्भर भारत का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान भारत माता की जय , वंदे मातरम् , रघुपति राघव राजा राम जैसे गगनभेदी उद्घोष किए। दिव्य विश्वनाथ धाम प्रांगण की सफाई कर गंदगी मुक्त भारत का आवाह्न किया गया। विदित हो कि देश के स्वतंत्र होने की 75वीं वर्षगांठ को 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तौर पर मनाया जा रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव' का मकसद 'नए भारत' की यात्रा में बलिदान के भाव और देशभक्ति के जज्बे को याद करने में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना है। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि हमारे वेदों का वाक्य है- मृत्योः मुक्षीय मामृतात्। अर्थात, हम दुःख, कष्ट, क्लेश और विनाश से निकलकर अमृत की तरफ बढ़ें, अमरता की ओर बढ़ें। यही संकल्प आज़ादी के इस अमृत महोत्सव का भी है। आजादी का अमृत महोत्सव यानी- आजादी की ऊर्जा का अमृत, स्वाधीनता सेनानियों से प्रेरणाओं का अमृत, नए विचारों का अमृत, नए संकल्पों का अमृत, आत्मनिर्भरता का अमृत है । कहा कि ये महोत्सव राष्ट्र के जागरण का महोत्सव है। ये महोत्सव, सुराज्य के सपने को पूरा करने का महोत्सव है। ये महोत्सव, वैश्विक शांति का, विकास का महोत्सव है। तिरंगा यात्रा के दौरान नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजक बीना गुप्ता, पूजा मौर्या, पन्नालाल, विकास यादव, ऋषि मिश्रा, साहिल जोशी, शोभा शर्मा, अंकित यादव, शशी सिंह, शंकर श्रीवास्तव सहित सैकड़ों सदस्य शामिल रहे ।