यूपी के हरदोई में एक मां अपने बच्चों का सरकारी स्कूल में एडमिशन कराने के लिए दर-दर भटक रही है। मां का आरोप है कि जब वह बच्चों को लेकर प्राथमिक विद्यालय गई तो वहां के प्रधानाचार्य ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अपमानित करने के बाद उसे वहां से भगा दिया। पीड़िता ने इस मामले की शिकायत बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिलाधिकारी से की है।
हरदोई: पूरा मामला यूपी के हरदोई स्थित भरखनी विकास खण्ड के ग्राम चठिया का है। यहां रहने वाले हीरालाल की पत्नी पिंकी अपने बच्चों का कूड़ी प्राथमिक विद्यालय में एडमिशन करवाना चाहती हैं। बच्चों की मां ने बताया कि वह एक गरीब परिवार से हैं। उनका पति मजदूरी कर पालन-पोषण करता हैं। कोरोना काल में बच्चों का नाम कट गया था, अब दोबारा स्कूल खुलने के बाद वह अपनी बेटी और बेटे को अच्छी शिक्षा देने के लिए उनका सरकारी विद्यालय में एडमिशन करवाना चाहती है। बच्चों के एडमिशन को लेकर वह कूड़ी प्राथमिक विद्यालय में दो माह से दौड़ रही है। लेकिन दाखिला नहीं हो रहा है। पिंकी का आरोप है कि इस दौरान प्रधानाचार्य ने जाति सूचक शब्दों से अपमानित कर उसे भगा दिया। इसके बाद पिंकी अपनी फरियाद लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी के पास पहुंची। पीड़ित ने इसकी शिकायत बीएसए के अलावा पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी से भी की। इस मामले को लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि खण्ड शिक्षाधिकारी से कल नाम लिखाने की बात कही है। इसके साथ ही मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।