कमेटी के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी ने बताया पास्को के मामलों दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर सीडब्ल्यूसी को प्रारंभिक आकलन रिपोर्ट पुलिस को प्रस्तुत करनी रहती है इसी के बाद कमेटी मामले में कानूनी प्रक्रिया शुरू करती है। रिपोर्ट ना मिलने से कमेटी ने स्वता संज्ञान लेकर नोटिस जारी की किया है।
अयोध्या: 5 साल की मासूम बालिका के साथ रेप के मामले में 13 दिन बीत चुके है। पुलिस की सुस्त चाल से सामाजिक और राजनैतिक संगठन गुस्से में है। वही दूसरी तरफ कानूनी प्रक्रिया में भी पुलिस के कई लुज पोल है। घटना के 13 दिन बाद भी चाइल्ड वेलफेयर कमिटी CWC को मामले की जानकारी न देने पर अयोध्या कोतवाली के प्रभारी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया है। कमिटी के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी ने बताया पास्को के मामलों दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर सीडब्ल्यूसी को प्रारंभिक आकलन रिपोर्ट पुलिस को प्रस्तुत करनी रहती है इसी के बाद कमेटी मामले में कानूनी प्रक्रिया शुरू करती है। रिपोर्ट ना मिलने से कमेटी ने स्वता संज्ञान लेकर नोटिस जारी की किया है।
बताते चलें कि 16 मार्च को बैरागी पुरा मोहल्ले में एक भंडारे का आयोजन था, जिसमें मोहल्ले के ही लोग आमंत्रित थे। उस निमंत्रण में 7 साल की मासूम बच्ची गई थी। जिसके साथ टेंट हाउस में काम करने वाला राजन माझी ने जबरदस्ती दुष्कर्म किया। जिसके बाद उस लड़की को जान से मारने की नीयत से गला दबाया गया। पीड़ित बच्ची थोड़ी देर बाद होश में आई और लोगों को जब घटना की जानकारी हुई तो इलाके में आक्रोश फैल गया।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक व्यक्ति को हिरासत में लिया और घटना का मुख्य आरोपी बताते हुए उसे घटना के 12 घंटे के अंदर जेल भेज दिया। लेकिन पिछले 2 दिनों से इस घटना में दो अन्य लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही है। जिसको लेकर के स्थानीय लोग प्रदर्शन करते भी नजर आए। देर शाम अयोध्या की सड़कों पर लोग पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए स्लोगन की तख्ती और नारेबाजी करते हुए अयोध्या की सड़कों पर निकले। सड़कों पर बड़ी संख्या में महिलाओं और युवतियों ने प्रदर्शन किया और आरोपी को फांसी और आरोपी की मदद करने वाले लोगों को भी हिरासत में लेने की मांग की। हालांकि पुलिस ने कहा कि घटना में मात्र एक व्यक्ति शामिल था जिसे हिरासत में ले लिया गया है और उसे जेल भेजा जा चुका है।