वृंदावन में स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में इन दिनों डाक के जरिए राखियां आ रही हैं। सैंकड़ों की संख्या में आ रही यह राखी भगवान बांके बिहारी जी के लिए आ रही हैं। देश के अलग अलग राज्यों से बहन भगवान को भाई मानकर रक्षा बंधन पर्व के लिए राखी भेज रही हैं।
मथुरा: वृंदावन में स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में इन दिनों डाक के जरिए राखियां आ रही हैं। सैंकड़ों की संख्या में आ रही यह राखी भगवान बांके बिहारी जी के लिए आ रही हैं। देश के अलग अलग राज्यों से बहन भगवान को भाई मानकर रक्षा बंधन पर्व के लिए राखी भेज रही हैं। रक्षा सूत्र के साथ पत्र भी आ रहे हैं जिनमें अपने भाव लिखे हैं। भगवान बांके बिहारी को आ रही राखियों के साथ पत्र भी आ रहे हैं। इन पत्रों में किसी ने समस्या लिखी है तो किसी ने भगवान बांके बिहारी को लाड़ लड़ाया है। जो बहन इस बार रक्षा बंधन पर वृंदावन नहीं आ रहीं वह भगवान को ताना मारते हुए लिख रही हैं की इस बार बहन को क्यों नहीं बुलाया। बहनों ने पत्र में लिखा कि कोई बात नहीं वह जल्द आयेंगी लेकिन शुभ घड़ी में राखी बांध लेना।
किसी पत्र में लिखा मां की कैंसर की बीमारी को करना खत्म
भगवान बांके बिहारी को प्रतिदिन आने वाली सैंकड़ों राखियों के साथ जो पत्र आ रहे हैं उनमें बहनों ने अपना दर्द भी भगवान से साझा किया है। पंजाब से आए एक पत्र में लिखा कि मां को कैंसर है दो स्टेज हो चुकी हैं बांके बिहारी भैया मां को राहत दो। वहीं दिल्ली से आए एक पत्र में लिखा है कि छोटी बहन बहुत परेशान है उसके ससुराल वाले प्रताड़ित करते हैं बहन का न ऑफिस में मन लग रहा न एक्जाम में। भैया बांके बिहारी बहन का एक्जाम अच्छे से करा देना उसे 85 प्रतिशत अंक दिला देना।
राखी के साथ भेजा रैन कोट
महाराष्ट्र से आई एक पोस्ट में राखी के साथ कलावा, रोली,चावल,मेवा के अलावा दो रैन कोट भी हैं। मंदिर के कर्मचारियों ने जब रैन कोट देखा तो वह अचंभित हुए। मंदिर के कर्मचारी दिनेश ने राखी के साथ आए पत्र को जब पढ़ा तो वह भी बहन की भावना देख भाव विभोर हो गए। पल्लवी नाम की बहन ने भगवान बांके बिहारी को राखी भेजते हुए पत्र लिखा कि आपकी राखी है जो इस पर्व का होना बताती है। पुणे से एक बहन ने रक्षा सूत्र भेजते हुए लिखा कि उन्होंने अपने में देखा कि बिहारी जी और राधा रानी निधिवन में रास कर रहे हैं उसी दौरान बारिश हो जाती है जिसमें दोनों भीग गए। निधिवन जाते समय बिहारी जी और राधा रानी न बरसात में भीगे इसलिए रैन कोट भेज रही हूं।
किसी में लिखा बहन का एक्जाम अच्छे से करा देना
भगवान बांके बिहारी मंदिर में प्राप्त हुए पत्रों में लोग अपनी भावनाओं को लिख कर भेज रहे हैं। भगवान बांके बिहारी की एक बहन ने यह लिखा है कि वह एग्जाम दे रही है और एग्जाम में अच्छे से पास करा देना। पत्र में यह भी लिखा है इस वर्ष एग्जाम होने के कारण नहीं आ पाए अगले वर्ष रक्षाबंधन पर आप के दर्शन का सौभाग्य मिलेगा तो जरूर आऊंगी।
अब तक 5 हज़ार राखी मिल चुकी हैं मंदिर प्रबंधन को
जिन बहनों के द्वारा ठाकुर बांके बिहारी को अपना भाई माना गया है। उन बहनों ने राखियों के साथ अपनी भावनाएं भी जा चुकी हैं। मंदिर प्रबंधन को अब तक 5000 राशियां प्राप्त हो चुकी हैं और लगातार कोरियर और डाक के माध्यम से राखी और पत्रों का आना जारी है।
रक्षा बंधन के दिन बांधी जाएंगी राखी
देश के अलग अलग राज्यों से आ रही इन राखियों को रक्षा बंधन के दिन मंदिर के पुजारी सुबह शाम के दर्शन के समय भगवान बांके बिहारी को बांधते हैं। मंदिर के गोस्वामी श्री नाथ गोस्वामी ने बताया कि राखी भेजने का यह सिलसिला रक्षा बंधन से एक महीने पहले से शुरू हो जाता है। हजारों की संख्या में भगवान को राखी आती हैं।