जौनपुर में 2 और 6 अप्रैल को नहर में अज्ञात शव बरामद हुए थे। पुलिस ने इस मामले में अनावरण करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों शव की शिनाख्त पति-पत्नी के रूप में हुई थी। गला दबाकर हत्या करने के बाद पत्थर की पटिया के सहारे अभियुक्तों ने दोनों शव को नहर में फेंक दिया था।
जौनपुर में 2 और 6 अप्रैल को नहर में अज्ञात शव बरामद हुए थे। पुलिस ने इस मामले में अनावरण करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों शव की शिनाख्त पति-पत्नी के रूप में हुई थी। गला दबाकर हत्या करने के बाद पत्थर की पटिया के सहारे अभियुक्तों ने दोनों शव को नहर में फेंक दिया था। मृतक के भाई द्वारा शव की शिनाख्त कपड़ों के आधार पर की गई थी।
कपड़ों और हाथ पर बने निशान से हुई थी पहचान
जिले के मड़ियाहूं थाना क्षेत्र के शारदा सहायक नहर में 2 अप्रैल और 6 अप्रैल को शव बरामद किया गया था। मौके पर शव की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। पुलिस द्वारा इस मामले में छानबीन और तफ्तीश की गई। 6 अप्रैल को महिला के शव की शिनाख्त उसकी लाश की फोटो व बरामद कपड़ों और हाथ मे गुदाए हुए गोदने से कराई गई। तो उसकी पहचान पूनम पटेल पत्नी सतेन्द्र सिह कटियार के रूप में हुई। इसके बाद बृजेन्द्र सिंह कटियार ने 2 अप्रैल को बरामद पुरूष के शव की शिनाख्त शव के फोटो व कपड़ों से कराने पर अपने भाई सतेन्द्र सिंह कटियार के रूप में की। भाई ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करवाया था।
सगे सालों ने किया था बहन-बहनोई का कत्ल
एसपी ग्रामीण शैलेंद्र कुमार सिंह ने घटना का सफल अनावरण करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जानकारी दी है। एसपी ग्रामीण ने बताया कि पैसों के लेनदन के विवाद में घटना को अंजाम दिया गया है। संपत्ति के विवाद को लेकर सगे सालों ने अपनी बहन और जीजा को मौत के घाट उतार दिया। उन्होंने बताया कि गला दबाकर दोनों लोगों की हत्या कर दी गई। इसके बाद लाश को गाड़ी में लादकर पत्थर की पटिया में बांधकर नहर में फेंक दिया।
ये सभी हुए गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में सिन्टू, पिन्टू पुत्रगण, छोटू, कैलाश पटेल, सुनील गौड़ को गिरफ्तार किया है। हत्या का षड्यंत्र कैलाश पटेल द्वारा रचा गया था। लाश को सुनील गौड़ गाडी मे लाद कर पत्थर की पटिया के सहारे नहर में फेंक दिया गया था।