काशी में सावन के अन्तिम रविवार को मां गंगा का तट गंगा जल संरक्षण के नारों से गूंज उठा। सावन के सोमवार के पूर्व दशाश्वमेध घाट पर गंगाजल लेने के लिए उमड़े हजारों कांवरियों को नमामि गंगे ने गंगा जल संरक्षण का संकल्प दिलाया। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने गंगा स्वच्छता का आवाह्न करते हुए सभी को जागरुक किया।
वाराणसी: भगवान भोलेनाथ की नगरी काशी में सावन के अन्तिम रविवार को मां गंगा का तट गंगा जल संरक्षण के नारों से गूंज उठा। सावन के सोमवार के पूर्व दशाश्वमेध घाट पर गंगाजल लेने के लिए उमड़े हजारों कांवरियों को नमामि गंगे ने गंगा जल संरक्षण का संकल्प दिलाया । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने गंगा स्वच्छता का आवाह्न करते हुए सभी को जागरुक किया । राष्ट्रीय नदी गंगा की स्वच्छता हेतु राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर सभी संकल्पबद्ध हुए । राष्ट्र के अभिमान तिरंगे को हर घर में फहराने की अपील की गई । संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि सावन पर्यंत हमने मां गंगा का जल महादेव पर चढ़ाया है। गंगा जल अर्पण से महादेव प्रसन्न होते हैं । हमारा भी यह दायित्व है कि महादेव की गंगा को स्वच्छ बनाएं रखने में अपना योगदान दें । बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल , मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र से आए हुए कांवरिया बंधुओं सहित स्थानीय नागरिकों ने गंगा जल संरक्षण की शपथ ली ।