यूपी के जिले उन्नाव में गरीबों के हिस्से का राशन दबंग कोटेदार खा रहे है। गांव में कोटेदार के तानाशाही रवैये से परेशान होकर ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी कार्यालय पर न्याय की गुहार लगाई है। गांव वालों का आरोप है कि राशन वितरण के दौरान कोटेदार नशे में धुत्त रहते हैं।
उन्नाव: उत्तर प्रदेश के जिले उन्नाव की बांगरमऊ तहसील क्षेत्र अंतर्गत मल्लहपुर चालाह गांव से कोटेदार की दबंगई का मामला सामने आया है। टैक्स देने वाले गरीबों को सरकारे सस्ता राशन देती हैं पर यह राशन भ्रष्ट कोटेदार खा जाते हैं। जब अपने हक के लिए ग्रामीण विरोध करते हैं तो दबंग कोटेदार जांच कर रहे अधिकारियों के सामने गरीबों को मारने पीटने पर आमादा हो जाता है। जांच में आए अधिकारी समझाने का प्रयास करते हैं पर कोटेदार पप्पू के लड़के द्वारा सभा में मलवा करा दिया जाता है। जब ग्राम प्रधान इस मामले को शांत कराने का प्रयास करते है तो उक्त दबंग लोग प्रधान पर हावी हो जाते हैं। और मसले से दूर रहने की हिदायत देते हैं।
गरीबों के हिस्से का राशन खाने वाले भ्रष्ट कोटेदार को देखिए एक बुजुर्ग को अपना हक मांगना महंगा पड़ गया इसके बाद दुकान पर बुजुर्ग को मारा पीटा जाता है। गरीब जनता तक पहुंचाने वाली सरकारी राशन की दुकान है। लेकिन राशन दुकान की यह तस्वीर जनता सिस्टम और सरकार की आंखों में धूल झोंकने के लिए है। हकीकत सामने लाती ये तस्वीर गांव के ही लगभग 600 कार्ड धारको ने दबंग कोटेदार के तानाशाही रवैया से परेशान होकर और उपजिलाधिकारी कार्यालय पर न्याय की गुहार लगाई थी। जिसके बाद सप्लाई ऑफिसर की एक टीम गठित कर जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। मौके पर पहुंची टीम ने जनता की समस्याओं को सुन रहे थे कि दबंग कोटेदार अपने 50 लोगों को आगे कर मारपीट पर अमादा हो गया। लगातार अधिकारी समझाने का प्रयास करते रहे पर समझने का विरोध करते रहे कोटेदार।
गांव के कोटेदार का धोखेबाजी का पर्दाफाश हो गया। सरकारी राशन की दुकान में जो अनाज गरीबों को सस्ते दामों पर पहुंचाया जाता है वह वाला आज प्रति कार्ड धारको को 2 केजी 3 केजी घटतौली कर दिया जाता है। ग्रामीणों का आरोप है कि अंगूठा लगवा लेने के बाद भी राशन नहीं दिया जाता है राशन वितरण करते समय दबंग कोटेदार शराब के नशे में धुत रहता है। और इस कोटेदार की करतूत खुद जनता ने अपने कैमरे में कैद की है। गरीब आम आदमी के राशन में भ्रष्टाचार करने वाला दबंग कोटेदार का मामला जब एसडीएम के पास पहुंचा। तो तत्काल प्रभाव से एसडीएम के निर्देश पर जांच की प्रक्रिया शुरू की गई। सरकार वन नेशन वन राशन कार्ड पूरे देश में लागू होने के बाद भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का दावा तो कर रही है ।लेकिन क्या सिर्फ नई योजना लाने से भ्रष्टाचार खत्म हो सकता है। हमारा मानना है कि योजनाओं पर कड़ी निगरानी और वक्त वक्त पर समीक्षा करने वाला सिस्टम मजबूत होना चाहिए। तभी जनता का हक मारने वाले भ्रष्टाचार कैसे चोर दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो पाएंगे।