यूपी के बागपत में मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें सामने आई है। यहां मासूम बच्चे का शव परिजन हाथों में उठाकर ले जाते हुए नजर आए। वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य महकमे की ओर से कुछ और ही कहा जा रहा है।
बागपत में स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही और मानवता को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां पोस्टमार्टम हाउस से एक दो साल के मासूम बच्चे का शव उसके परिजन और भाई अपने हाथों में लेकर इधर से उधर भटकते नजर आए। बच्चे के शव को हाथो में उठाकर ले जाते हुए परिजनों का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। ये पूरा वाकया जनपद के जिला अस्पताल बागपत का बताया गया है। फिलहाल मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरों के वायरल होने के बाद बागपत स्वास्थ्य विभाग की हर कोई भर्त्सना कर रहा है।
सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुई वीडियो को लेकर बताया गया है कि जिला अस्पताल बागपत में जब एक दो साल के बच्चे का पोस्टमार्टम हो गया तो डॉक्टरों ने उन्हें शव वाहन न होने की बात कही। जिसके बाद मृतक बच्चे के लाचार ओर बेबस पिता व भाई उसके शव को हाथो में उठाकर ही घर की ओर निकल गया। जब एक थक गया तो रास्ते मे उसका भाई सागर अपने भाई के शव को हाथो में उठाकर ले जाते हुए नज़र आया। जानकारी के वअनुसार बताया गया है कि उस बालक के बेबस परिजनों ने डॉक्टर से शव वाहन न होने पर एम्बुलेंस की भी मांग की थी , लेकिन डॉक्टर ने एक न सुनी। वही उन्होंने प्राइवेट टैक्सी वालो से भी बात की तो उन्होंने 1000 से अधिक रुपये मांगे जोकि वह देने में असमर्थ नज़र आया। उसके बाद बेबस ओर लाचार परिजन रोते-बिलखते हुए अपने बच्चे के शव को हाथो में लेकर पीएम हाउस से निकल गया।
बता दें कि दिल्ली सहारनपुर हाइवे पर कैनरा बैंक के सामने एक रोते हुए बच्चे को चुप ना करा पाने पर महिला ने बच्चे को कार के आगे धक्का दे दिया था जिससे कार की टक्कर से उसके दो वर्षीय बच्चे काला की दर्दनाक मौत हो गयी थी। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर महिला को हिरासत में ले लिया था। उसी बच्चे का पीएम कराकर उसके परिजन उसे घर ले जा रहा था। बताया गया कि काफी देर के बाद पीड़ित परिजनों को रास्ते मे शव वाहन दिया गया। वही इस पूरे मामले पर बागपत के सीएमओ डॉ दिनेश कुमार ने बताया है कि बच्चे के पीएम के बाद परिजनों को शव वाहन आने तक कुछ देर रुकने के लिए कहा गया था लेकिन पीड़ित परिजन जल्दबाजी में वहां से शव लेकर चल दिये। पीएम हाउस से जिला अस्पताल के बाहर जाते समय का ही यह वीडियो है जिसमे वह अपने बच्चे के शव को हाथो में उठाकर ले जा रहे है। सूचना मिलते ही उन्हें शव वाहन उपलब्ध करा दिया था , कुछ देरी जरूर हुई है उसके कारणों का पता किया जा रहा है।