बागपत जनपद के बडौत कोतवाली क्षेत्र के बावली चुंगी पर तीन दिन पूर्व दहेज पीड़िता को उसके पति ने इसलिए तीन तलाक कह दिया, क्योंकि महिला ने दहेज का मुकदमा वापस लेने से इंकार कर दिया था। अब पीड़िता पिछलें तीन दिनों से कोतवाली के चक्कर काट रही है, लेकिन उसका न्याय नहीं मिल रहा है। पीड़िता काफी परेशान व दुखी है। उसने न्याय न मिलने पर एसपी कार्यालय पर भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी।
बागपत जनपद के बडौत कोतवाली क्षेत्र के बावली चुंगी पर तीन दिन पूर्व दहेज पीड़िता को उसके पति ने इसलिए तीन तलाक कह दिया, क्योंकि महिला ने दहेज का मुकदमा वापस लेने से इंकार कर दिया था। अब पीड़िता पिछलें तीन दिनों से कोतवाली के चक्कर काट रही है, लेकिन उसका न्याय नहीं मिल रहा है। पीड़िता काफी परेशान व दुखी है। उसने न्याय न मिलने पर एसपी कार्यालय पर भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी।
बता दे कि पीडिता सलमा बडौत नगर की रहने वाली है। उसने बताया कि वर्ष 2013 के अप्रैल माह में रोहटा जनपद मेरठ के रहने वाले एक युवक से निकाह हुुआ था। निकाह के कुछ दिनों तक सबकुछ ठीक-ठाक चलता रहा, लेकिन उसके बाद सुसराल वालों ने दहेज की मांग को लेकर आए दिन मारपीट शुरू कर दी। विरोध करने पर गत फरवरी माह में 10 दिनों तक बंधक बनाएं रखा। किसी तरह वहां से बंधनमुक्त होकर मायके पहुंची और कोतवाली बड़ौत पर मुकदमा दर्ज कराया। अब ससुराल पक्ष मुकदमा वापस लेने का दवाब बना रहा हैै। बताया कि गत 8 मई को बावली चुंगी पर किसी काम से आई हुई थी, तभी पति बाइक पर वहां पर आ धमका और मुकदमा वापस लेने का दवाब बनाया, मना करने पर पति बाइक पर ही तलाक, तलाक, तलाक कहकर चला गया। लेकिन इसके बावजूद कोतवाली पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। बडौत सीओ युवराज सिंह ने बताया कि पीडिता की शिकायत पर जल्द ही जांच कर कार्रवाई की जाएगी।