जिस यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं मुकेश अंबानी के दोनों बेटे, वहीं प्रॉफेसर हैं बापू की ये पड़पोती

आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती है। बापू के परिवार के बारे में काफी कम लोगों को जानकारी है। उनके पड़पोते और पड़पोती भी आज दुनियाभर में अच्छे मुकाम पर हैं। लीला गांधी तो आज अमेरिका में प्रॉफेसर बन लोगों को ह्यूमैनिटी पढ़ा रही हैं।  
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 2, 2019 8:11 AM IST

अमेरिका: राष्ट्रपति महात्मा गांधी की फैमिली ट्री काफी बड़ी है। उन्होंने कस्तूरबा गांधी से शादी की थी। दोनों के चार बेटे थे। चूंकि, उनकी बेटी नहीं थी, इसलिए उन्होंने एक बेटी को गोद लिया था, जिनका नाम उन्होंने लक्ष्मी रखा था। लक्ष्मी गांधीजी के आश्रम में रहनेवाले दलित दूदाभाई और दानिबेन की बेटी थीं। 

बेटों के साथ गांधीजी के रिश्ते 
गांधीजी की 4 बेटे थे। इनमें सबसे बड़े बेटे हरिलाल गांधी के साथ गांधीजी के रिश्ते अच्छे नहीं थे। कहा जाता है कि हरिलाल गलत संगति में पड़ गए थे। इस कारण दोनों की नहीं बन पाई। बाकी बेटों के साथ बापू के मधुर संबंध रहे। उनके दूसरे बेटे का नाम मणिलाल, तीसरे का रामदास और सबसे छोटे बेटे का नाम देवदास गांधी था। 

पोते कर रहे नाम रोशन 
महात्मा गांधी के पोते उनका नाम रोशन कर रहे हैं। राजमोहन गांधी मशहूर इतिहासकार है। साथ ही उन्होंने   2002 में साहित्य अकादमी अवार्ड भी जीता था। कुछ समय के लिए उन्होंने आम आदमी पार्टी भी ज्वाइन की। लेकिन विचारों में मतभेद होने  के कारण उन्होंने पार्टी छोड़ दी। इसके अलावा अरुण मणिलाल गांधी इंडो-अमेरिकन सोशियो-पॉलिटिकल एक्टिविस्ट हैं। वहीं गोपाल देवदास गांधी एक रिटायर्ड आईएएस हैं। वो 2004 से 2009 तक वेस्ट बंगाल के गवर्नर भी रहे थे। गांधीजी की पोती इला गांधी अहिंसा के लिए जानी जाती हैं। उन्हें भारत सरकार ने 2007 में पद्मा भूषण से नवाजा था। शांति हरिलाल गांधी मशहूर सर्जन हैं। वहीं रामचरण देवदास गांधी मशहूर फिलॉस्फर थे। 2007 में उनकी मौत हो गई थी। 


पड़पोते-पड़पोतियां भी नहीं हैं कम 
बापू की पड़पोती लीला गांधी आज अमेरिका के रोड आइलैंड में स्थित मशहूर ब्राउन यूनिवर्सिटी में ह्यूमैनिटी और इंग्लिश की प्रॉफेसर हैं। इस यूनिवर्सिटी से मुकेश अम्बानी के दोनों बेटे भी पढ़े हैं। लीला गांधी ने शिकागो, दिल्ली और ला ट्रोब यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाया है। वहीं बापू के पड़पोते तुषार अरुण गांधी पत्रकार हैं। वो मुंबई में महात्मा गांधी फाउंडेशन भी चलाते हैं। इसके अलावा उनका नाम कई सामजिक संस्थानों से जुड़ा है।  
 

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