देश में बढ़ते हुए कोरोना के मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने 16 अप्रैल को बंगाल की सभी पार्टियों की एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोरोना के मानदंडों की समीक्षा की जाएगी। बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होना है। चार चरणों के लिए मतदान हो चुका है। 5वें चरण के लिए 17 अप्रैल को वोटिंग होगी।
कोलकाता. देश में बढ़ते हुए कोरोना के मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने 16 अप्रैल को बंगाल की सभी पार्टियों की एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोरोना के मानदंडों की समीक्षा की जाएगी। बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होना है। चार चरणों के लिए मतदान हो चुका है। 5वें चरण के लिए 17 अप्रैल को वोटिंग होगी।
भारत में तेजी से कोरोना पैर पसार रहा है। ऐसे में बंगाल चुनाव में हो रहीं रैलियों और जनसभाओं में भीड़ को देखते हुए चुनाव आयोग पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं, कोलकाता हाईकोर्ट ने भी चुनाव में कोरोना नियमों का पालन न होने को लेकर चुनाव आयोग की खिंचाई की थी।
ममता ने की कूचबिहार हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात
प बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को कूच बिहार हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने परिजनों को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया। इतना ही नहीं ममता बनर्जी ने कहा कि वे हिंसा के जिम्मेदार लोगों को खोजकर सजा दिलाएंगी।
बंगाल में 10 अप्रैल को चौथे चरण के लिए वोटिंग हुई थी। इस दौरान कूचबिहार के सीतलकुची में हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी। इस हिंसा के लिए ममता बनर्जी ने भाजपा और सुरक्षाबलों को जिम्मेदार ठहराया। वहीं, भाजपा ने टीएमसी पर आरोप लगाए।
उपद्रवियों ने किया था जवानों पर हमला
दरअसल, यहां एक बूथ पर अफवाह के बाद ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया था। इतना ही नहीं उपद्रवियों ने जवानों के हथियार छीनने की कोशिश की थी और बूथ में घुसने की कोशिश की थी। इसके बाद सीआईएसएफ को फायरिंग करनी पड़ी थी। इसमें चार लोगों की मौत हो गई थी।
ममता ने कहा- मृतकों के परिवार मेरे परिवार की तरह
ममता ने कहा कि चुनाव आयोग के रोक के चलते वे कूचबिहार में 72 घंटे तक मृतकों के परिवार से नहीं मिल पाईं। उन्होंने कहा, मैंने मारे गए सभीलोगों के परिवारों से मुलाकात की। ये सभी मेरे परिवार की तरह हैं। मैं बुलेट का जवाब बैलेट से दूंगी।
आनंद बर्मन के परिवार को भी दिया मदद का भरोसा
ममता बनर्जी ने कहा कि वे उसी दिन सीतलकुची में मारे गए 18 साल के आनंद बर्मन के परिवार को भी न्याय दिलाएंगी। इससे पहले ममता बनर्जी ने हिंसा को नरसंहार करार देते हुए इसके लिए सुरक्षाबलों को जिम्मेदार ठहराया था। ममता ने कहा खा कि जवान मृतकों के पैर पर भी गोली मार सकते थे, लेकिन उन्होंने कमर के ऊपर गोली मारी।