कल्याणी में गरजे मोदी- आदरणीय दीदी मत भूलिए लोकतंत्र है, यहां खेल भी जनता शुरू करती है और अंत भी जनता
पश्चिम बंगाल में जारी चुनावी घमासान का आधा दौर निकल चुका है। यहां 8 चरणों में चुनाव प्रक्रिया होना है। इसमें से 4 चरणों के चुनाव हो चुके हैं। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर यहां तीन चुनावी सभाएं करने पहुंचे। बता दें बंगाल में पांचवें चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।
Asianet News Hindi | Published : Apr 12, 2021 8:36 AM IST / Updated: Apr 12 2021, 03:37 PM IST
कोलकाता, पश्चिम बंगाल. पश्चिम बंगाल में बाकी बचे चरणों के लिए चुनावी लड़ाई चरम पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को पश्चिम बंगाल में तीन जनसभाएं करने पहुंचे। पहली जनसभा बर्धमान में हुई। यहां मोदी ने दो टूक कहा कि बंगाल से ममता बनर्जी की सरकार जाने वाली है, इसी वजह से वे बौखला रही हैं, क्रोध कर रही हैं। मोदी की दूसरी सभा कल्याणी में हुई। तीसरी सभा बारासात में रखी गई। बता दें कि पांच राज्यों में से 4 में यानी तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो चुकी है। जबकि पश्चिम बंगाल में चार चरण हो चुके हैं। अब यहां इतने ही चरण में वोटिंग होना बाकी है। पांचवें चरण की 45 सीटों पर 17 को वोटिंग होगी।
कल्याणी में गरजे मोदी-
Latest Videos
आदरणीय दीदी मत भूलिए लोकतंत्र है, यहां खेल भी जनता शुरू करती है और अंत भी जनता ही करती है।
चार चरणों में जो बहुत भारी संख्या में मतदान हुआ है, वो आशोल पॉरिबोरतोन के लिए है। आशोल पॉरिबोरतोन यानि बंगाल का विकास, बंगाल के लोगों का विकास। आशोल पॉरिबोरतोन यानि दीदी के कुशासन से मुक्ति, दीदी के सिंडिकेट, तोलाबाजों से मुक्ति।
अपने राजनीतिक हितों के लिए बंगाल के लोगों की हत्या, अपने तोलाबाजों को फायदा पहुंचाने के लिए बंगाल के लोगों से लूट-पाट,अपने सिंडिकेट को ताकतवर बनाने के लिए बंगाल के लोगों से विश्वासघात, दीदी के 10 साल के काम का रिपोर्ट-कार्ड यही है।
खुलेआम कहा जा रहा है कि TMC के लोग केंद्रीय वाहिनी का घेराव करेंगे और दीदी के बाकी समर्थक छप्पा भोट(हमला) डालेंगे। चर्चा है कि कूचबिहार में जो हुआ वो दीदी के इसी छप्पा भोट मास्टर प्लान का हिस्सा था। अपनी हार सामने देख दीदी ने अब नई रणनीति बनाई है। दीदी की साजिश है कि एससी, एसटी और ओबीसी किसी को भी वोट डालने नहीं दिया जाए। दीदी की साजिश है, इन वर्ग के लोगों को वोट डालने से रोकना और अपने गुंडों से छप्पा भोट डलवाना।
मैं आज आप सभी को आश्वस्त करने आया हूं। यहां भारत मां में आस्था रखने वाले सभी शरणार्थी साथियों को हर सुविधा सुनिश्चित की जाएगी। बीजेपी के लिए तो सभी शरणार्थियों, मतुआ और नामशूद्र साथियों को न्याय दिलाना एक तरह से भावनात्मक कमिटमेंट भी है। कुछ दिन पहले जब मैं बांग्लादेश गया था, तो ओराकान्दी की पवित्र धरती को चरण स्पर्श करने का अवसर मिला था। वहां मतुआ समुदाय के एक साथी मिले, जिन्होंने कहा कि मैं भारत का पहला पीएम हूं जो श्री श्री हॉरिचॉन्द ठाकुर जी का आशीर्वाद लेने पहुंचा। दीदी को मेरा ओराकान्दी जाना भी पसंद नहीं आया। दीदी ने इस पर भी सवाल खड़े कर दिए। दीदी, 10 साल आपने बंगाल के दलितो-पीड़ितों-शोषितों-वंचितों से कैसे नफरत दिखाई है, ये देश अब देख रहा है।
मेरा और भाजपा का ये भी शौभाग्य है कि इस चुनाव में बंगाल की बहनें और बेटियां, भाजपा पर, मुझ जैसे छोटे-मोटे हर कार्यकर्ता पर स्नेह दिखा रही हैं। मैं आदरपूर्वक माताओं-बहनों को विशेष रूप से प्रणाम करता हूं।
दीदी की दुर्नीति के कारण डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और बीसी रॉय जैसे विजनरी नेताओं का सपना अब तक पूरा नहीं हो पाया। जिस कल्याणी को वो आधुनिक बंगाल का मॉडल बनाना चाहते थे, उसे दीदी की दुर्नीति ने वर्षों पीछे छोड़ दिया। दीदी ने कहा था कि कल्याणी को थीम सिटी बनाएंगे। लेकिन उन्होंने करप्शन, तोलाबाज़ी और सिंडिकेट की अपनी टीम यहां लगा दी। उन्होंने पंचायतों और नगर निगमों को टीएमसी का दफ्तर बना दिया। आज पूरा बंगाल समझ चुका है कि आर्थिक उन्नयन, निवेष, शिल्प दीदी और उनके दल की प्राथमिकता कभी रही ही नहीं है। TMC के लिए तो उन्नयन का मतलब है, अपने काडर का उन्नयन, गुंडो का उन्नयन।
दीदी की दुर्नीति ने बंगाल के गरीब और मिडिल क्लास के स्वास्थ्य के साथ बहुत बड़ा खेला किया है। आयुष्मान भारत से यहां के गरीब को पूरे देश में कहीं भी 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलना था। दीदी ने ऐसे होने नहीं दिया।
यह भी जानें... पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों को 8 चरणों में बांटा गया था। इनमें से 4 चरण पूरे हो चुके हैं। पहले चरण में 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च, दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल और चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को वोटिंग हुई। पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।