Exclusive: जगदीप धनखड़ बोले- मैं टक्कर और टकराव में विश्वास नहीं करता, लेकिन राज्यपाल सिर्फ रबर स्टाम्प नहीं

 प बंगाल में 8 चरणों में विधानसभा चुनाव हैं। इससे पहले प बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने Asianet news से खास बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे टक्कर और टकराव में विश्वास नहीं करते। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल को  रबर स्टाम्प की तरह नहीं लेना चाहिए। इतना ही नहीं जगदीप धनखड़ ने बंगाल में राजनीतिक हिंसा, बंगाल चुनाव, लोकतंत्र जैसे मुद्दों पर भी जवाब दिए।

Asianet News Hindi | Published : Mar 25, 2021 9:31 AM IST

कोलकाता. प बंगाल में 8 चरणों में विधानसभा चुनाव हैं। इससे पहले प बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने Asianet news से खास बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे टक्कर और टकराव में विश्वास नहीं करते। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल को  रबर स्टाम्प की तरह नहीं लेना चाहिए। इतना ही नहीं जगदीप धनखड़ ने बंगाल में राजनीतिक हिंसा, बंगाल चुनाव, लोकतंत्र जैसे मुद्दों पर भी जवाब दिए।

सवाल: आप हमेशा खबरों में बने रहते हैं, आपको कैसे लगता है ?

 राज्यपाल जगदीप धनखड़ : संविधान के तहत राज्यपाल और राज्य के पहले सेवक के तहत मुझे कोई संदेह नहीं है। मेरी ड्यूटी है कि मैं अपने शपथ का पालन करूं। राज्यपाल की शपथ के मुताबिक गवर्नर की पहली ड्यूटी है कि वह संविधान की रक्षा करे, उसे संरक्षित करे और बचाव करे। वहीं, दूसरा गवर्नर राज्य के लोगों की सेवा करे। उन्होंने कहा कि मैं इन दोनों ड्यूटी का पालन करते हुए यह पूरी कोशिश करता हूं कि संविधान की जरूरतों को पूरा कर सकूं। गवर्नर को एक अहम रोल निभाना होता है। उसे विरोध के तौर पर या रबर स्टाम्प के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए। मैं संविधान के मुताबिक ही काम करता हूं। उन्होंने कहा कि किसी ने अभी तक यह साबित नहीं किया है कि मैंने सीमाओं का उल्लंघन किया है। मैं टक्कर और टकराव में विश्वास नहीं करता। मैं सद्भाव के साथ काम करने में विश्वास रखता हूं। 

सवाल - यह चुनाव काफी अहम है, इसे आप कैसे देखते हैं ?

 राज्यपाल जगदीप धनखड़ : चुनाव प्रक्रिया अगर प्रभावित होती है, तो लोकतंत्र के लिए बचना काफी मुश्किल है। मतदाताओं के बीच डर लोकतंत्र के विचार को प्रभावित करेगा। लोकतंत्र को प्रभावित करने वाली हर चीज का सामना करना चाहिए। हिंसा और भय ऐसे कारक हैं जो लोकतंत्र को प्रभावित करते हैं। मेरी मांग है कि पुलिस और प्रशासन निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई करे। यह प्रशासनिक संरचनात्मक कार्य है। लोकतंत्र में किसी भी तरह के समझौते की अनुमति नहीं दी जा सकती। मतदाताओं में विश्वास जगाना भी मेरा कर्तव्य है।

"

सवाल - चुनाव आचार संहिता लागू है, क्या आपको लगता है कि पुलिस दबाव में काम कर रही है?

राज्यपाल जगदीप धनखड़ : आप देखेंगे कि चुनाव 5 राज्यों में हो रहे हैं, लेकिन हिंसा सिर्फ बंगाल में देखने को मिल रही है। मैं हिंसा की हर घटना को देखकर दुखी होता हैं, मुझे दर्द होता हूं। लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है। डर बनाने के लिए हिंसा को लोकतंत्र में जगह नहीं दी जानी चाहिए। अभी मैं ऐसे क्षेत्रों में नहीं गया हूं। मैं आपकी चैनल से वोटरों को अपील करना चाहता हूं कि वे डरें नहीं। मैं अपने पुलिस प्रशासन को भी संदेश देना चाहता हूं कि वे नियम, कानून और संविधान के तौर पर कार्य करें नाकि किसी राजनीतिक पार्टी के दबाव में।

सवाल - पार्टियां आरोप लगाती हैं कि आप भाजपा के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं,  क्या आपको इससे प्रभाव पड़ता है
राज्यपाल जगदीप धनखड़ :  कोई मुझे बताए कि मैंने कब संवैधानिक सीमाओं को पार किया।    

वोटरों से की अपील 
जो वोटर इस चुनाव में पहली बार वोट डालने जा रहे हैं कि उन्हें किसी भी परिस्थिति में वोट डालने के लिए निकलना चाहिए। ताकि वे सरकार में हिस्सा बन सकें। उनका वोट भविष्य तय करेगा। मैं उनसे अपील करता हूं कि वे वोट जरूर डालें।

Share this article
click me!