उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर बाढ़ के पानी के आठ फुट ऊपर तक पहुंच जाने के कारण 31,000 से अधिक लोगों को अस्थायी आश्रयगृहों में शरण लेनी पड़ी।
जकार्ता: इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में भीषण बाढ़ के कारण नए साल का जश्न गम में तब्दील हो गया और इसके कारण कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और हजारों अन्य लोग विस्थापित हो गए। प्राधिकारियो ने बताया कि बाढ़ के कारण कम से कम 18 लोगों की मौत हुई है और एक हवाईअड्डे को भी बंद करना पड़ा।
राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण एजेंसी के प्रवक्ता अगुस विबोवो ने बृहस्पतिवार को बताया कि मानसून की बारिश और उफनती नदियों की वजह से कम से कम 169 इलाके जलमग्न हो गए। जकार्ता के बाहरी जिलों बोगोर एवं दीपोक जिलों में भूस्खलन हुआ।
पानी में तैरती देखी कारें-
एजेंसी ने मृतक संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया है कि कम से कम 21 लोगों की मौत हुई है या वे लापता हैं। एजेंसी की ओर से जारी वीडियो और तस्वीरों में पानी में तैरती कारें दिखाई दे रही हैं। विबोवो ने बताया कि बाढ़ के कारण हजारों घर और इमारतें डूब गईं और प्राधिकारियों को बिजली और जलापूर्ति रोकनी पड़ी।
31 हजार लोगों ने आश्रयगृहों में ली शरण-
उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर बाढ़ के पानी के आठ फुट ऊपर तक पहुंच जाने के कारण 31,000 से अधिक लोगों को अस्थायी आश्रयगृहों में शरण लेनी पड़ी। नागर विमानन के महानिदेशक पोलाना प्रमेस्ती ने बताया कि बाढ़ से जकार्ता हलीम पेरडानाकुस्माह घरेलू हवाईअड्डे का रनवे डूब गया और अधिकारियों को इसे बंद करना पड़ा।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)