लंदन के एक प्रमुख अस्पताल ने ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। लंदन के एक अखबार सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पताल ने अपने स्टॉफ से कहा है कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ऐस्त्राजेनेका द्वारा निर्मित कोरोना वैक्सीन की पहली खेप लेने के लिए तैयार रहें। रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पताल नवंबर के पहले सप्ताह में कोरोना वैक्सीन को अपने अस्पताल में उपल्बध करा देगा।
लंदन. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से देश दुनिया के सभी लोग परेशान हैं। ऐसे में पूरी दुनिया में कोरोना वैक्सीन की खोज पर ट्रायल चल रहे हैं। इसी बीच लंदन के एक प्रमुख अस्पताल ने ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। लंदन के एक अखबार सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पताल ने अपने स्टॉफ से कहा है कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ऐस्त्राजेनेका द्वारा निर्मित कोरोना वैक्सीन की पहली खेप लेने के लिए तैयार रहें। रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पताल नवंबर के पहले सप्ताह में कोरोना वैक्सीन को अपने अस्पताल में उपल्बध करा देगा।
दुनियाभर में 10 वैक्सीन ट्रायल के तीसरे चरण में
WHO के मुताबिक, कुल 193 कंपनियां वैक्सीन बनाने में जुटी हैं। जबकि इनमें से 42 क्लीनिकल ट्रायल में हैं। इनमें से 10 वैक्सीन ट्रायल के तीसरे चरण में हैं। इन वैक्सीन की टेस्टिंग बड़े पैमाने पर लोगों पर की जा रही है। माना जा रहा है कि इन्हें पब्लिक इस्तेमाल की भी मंजूरी मिल सकती है। उधर, भारत बायोटेक कंपनी की वैक्सीन को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से तीसरे फेज के ट्रायल की मंजूरी मिल गई है। बता दें कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के सहयोग से भारत बायोटेक ''कोवाक्सिन'' टीका स्वदेशी रूप से विकसित कर रही है।
दुनिया में कोरोना
www.worldometers.info/coronavirus के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 4.18 करोड़ से ज्यादा हो गया है। हालांकि इसमें से 3 करोड़ 10 लाख 82 हजार 645 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। पूरी दुनिया में अब तक 11.40 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
यूरोप में तेजी से फैल रहा संक्रमण
यूरोपीय देशों में संक्रमण का आंकड़ा काफी तेजी से बढ़ रहा है। अकेले फ्रांस में ही कोरोना संक्रमण के 9 लाख 99 हजार 43 मामले हो गए हैं। यहां 24 घंटे में 41,622 मामले मिले। इसके तुरंत बाद प्रधानमंत्री जीन कैस्टेक्स ने नाइट कर्फ्यू बढ़ा दिया। इससे देश की दो तिहाई यानी करीब 4.6 करोड़ आबादी प्रभावित हुई है। बता दें कि फ्रांस की कुल आबादी 6.53 करोड़ से ज्यादा है।
भारत में वैक्सीन की क्या है स्थिति?
भारत में बन रही जायडस कैडिला वैक्सीन अभी दूसरे चरण में हैं। अब बायोटेक को तीसरे चरण के ट्रायल की मंजूरी मिल गई है। जबकि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन का भारत में तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है। इस वैक्सीन को बनाने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से समझौता किया गया है। माना जा रहा है कि इसे 2021 के शुरू होने से पहले मंजूरी मिल सकती है। यह पहली वैक्सीन भी हो सकती है।