अमेरिकी कवियित्री लुइस ग्लूक को मिलेगा साल 2020 का साहित्य नोबेल पुरस्कार, लुइस के कईं संग्रह हो चुके प्रकाशित

साल 2020 के नोबेल पुरस्कार ( Nobel Prize)घोषणाएं होना शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में गुरुवार को स्वीडिश नोबेल कमेटी ने  अमेरिकी कवियित्री लुइज ग्लूक (77) को साहित्य का नोबेल पुरस्कार देने का ऐलान किया है। बीते 3 दिन में चिकित्सा, भौतिकी और रसायन के पुरस्कारों का ऐलान हो चुका है। सभी पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर को स्टॉकहोम में दिए जाएंगे।

Asianet News Hindi | Published : Oct 8, 2020 12:30 PM IST / Updated: Oct 12 2020, 03:50 PM IST

एशियानेट डेस्क. साल 2020 के नोबेल पुरस्कार  ( Nobel Prize)घोषणाएं होना शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में गुरुवार को स्वीडिश नोबेल कमेटी ने  अमेरिकी कवियित्री लुइज ग्लूक (77) को साहित्य का नोबेल पुरस्कार देने का ऐलान किया है। बीते 3 दिन में चिकित्सा, भौतिकी और रसायन के पुरस्कारों का ऐलान हो चुका है। सभी पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर को स्टॉकहोम में दिए जाएंगे।

साल 1968 में लुइस की पहली किताब फर्स्टबोर्न प्रकाशित हुई थी। इसके बाद से वे अमेरिका की जानी-मानी समकालीन साहित्यकार बन गईं। लुइस की कविताओं के 12 संग्रह और निबंध प्रकाशित हो चुके हैं। इसके साथ ही लुइस कविताओं में साफगोई के लिए भी जानी जाती हैं। उन्होंने बचपन, पारिवारिक जिंदगी, माता-पिता के बच्चों के साथ रिश्ते जैसे कई विषयों पर संजीदा कविताएं लिखी हैं। 1992 में आए ‘द वर्ल्ड आइरिस’ को लुइस के बेहतरीन कविता संग्रह में गिना जाता है। इसमें ‘स्नोड्रॉप’ कविता में ठंड के बाद पटरी पर लौटी जिंदगी को दिखाया गया है।1943 में न्यूयॉर्क में पैदा हुईं ग्लूक कैंब्रिज (मैसाच्युसेट्स) में रहती हैं और कविताएं लिखने के अलावा वे येल यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। 

बुधवार को रसायन क्षेत्र में दिया गया पुरस्कार

बुधवार को रसायन क्षेत्र में दो महिला वैज्ञानिकों ईमैनुएल चार्पियर और जेनिफर डूडना को संयुक्त रूप से यह पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है। 52 वर्षीय ईमैनुएल चार्पियर फ्रांस की रहने वाली हैं और 54 वर्षीय जेनिफर डूडना अमेरिका की निवासी हैं। दोनों वैज्ञानिकों ने जेनेटिक सीजर की अहम खोज की है। इसके जरिए जानवरों, पौधों, माइक्रोऑर्गेनिज्म के डीएनए में बदलाव कर गंभीर रोगों का इलाज संभव हो सकेगा।

मंगलवार को भौतिकी क्षेत्र में दिया गया पुरस्कार

मंगलवार को भौतिकी क्षेत्र में तीन वैज्ञानिकों रोजर पेनरोज, रीनहार्ड गेंजेल और एंड्रिया गेज को संयुक्त रूप से यह पुरस्कार देने का ऐलान किया गया। रोजर पेनरोज को अल्बर्ट आइंस्टीन के जनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी के बारे में पता करने के लिए मैथेमेटिकल मेथड तैयार करने के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं, गेंजेल और गेज को संयुक्त रूप से ब्लैक होल और मिल्की वे के रहस्यों को समझाने के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा।

सोमवार को चिकित्सा क्षेत्र में दिया गया पुरस्कार

सोमवार को चिकित्सा के क्षेत्र में फिजियोलॉजी या मेडिसिन में खोज के लिए अमेरिका के हार्वे जे अल्टर, चार्ल्स एम राइस और ब्रिटिश वैज्ञानिक माइकल ह्यूटन को संयुक्त रूप से यह पुरस्कार देने का ऐलान किया गया। चिकित्सा के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार इन वैज्ञानिकों को हैपेटाइटिस-सी (Hepatitis C) वायरस की खोज के लिए दिया गया है।

क्यों दिया जाता है नोबेल पुरस्कार

नोबेल पुरस्कार स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड बनार्ड नोबेल की याद में दिया जाता है। अल्फ्रेड ने अपनी मृत्यु से पहले अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा ट्रस्ट को दिया था, ताकि उस धनराशि से मानव जाति के हित में काम करने वाले लोगों को सम्मानित किया जा सके। पहला नोबेल शांति पुरस्कार 1901 में दिया गया था। इन वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार के रूप में एक मेडल और 8 करोड़ रुपये मिलेंगे।

मेडिकल क्षेत्र में इस पुरस्कार का महत्व इस वक्त और बढ़ जाता है क्योंकि पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है। नोबेल पुरस्कार अलग-अलग क्षेत्रों जैसे भौतिकी, रसायन, साहित्य, अर्थशास्त्र और शांति के लिए दिया जाता है।

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