भारतीय टूरिस्टों ने किया बॉयकाट तो चीन से गिड़गिड़ाने लगा मालदीव, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने ड्रैगन से कहा-पर्यटक भेजिए

प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ मालदीव मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों पर राजनयिक विवाद पैदा होने के बाद भारतीय पर्यटकों ने अपनी बुकिंग कैंसिल करानी शुरू कर दी है।

Dheerendra Gopal | Published : Jan 9, 2024 3:17 PM IST / Updated: Jan 10 2024, 12:34 AM IST

India-Maldives row: भारत के साथ मालदीव संग आई तल्खी के बाद भारतीय पर्यटकों ने मालदीव टूर कैंसिल कराना शुरू कर दिया है। भारतीयों के रूख से मालदीव को बड़ा झटका लगा है। पर्यटन उद्योग को झटका लगने के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्म्द मुइज्जू ने चीन से टूरिस्ट भेजने का रिक्वेस्ट किया है।

प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ मालदीव मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों पर राजनयिक विवाद पैदा होने के बाद भारतीय पर्यटकों ने अपनी बुकिंग कैंसिल करानी शुरू कर दी है।

मुइज्जू पहुंचे हैं चीन की राजकीय यात्रा पर

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, चीन की पांच दिवसीय राजकीय यात्रा पर पहुंचे हैं। अपनी पांच दिवसीय चीन यात्रा के दूसरे दिन मुइज्जू ने चीन से पर्यटक भेजने का अनुरोध किया। मुइज्जू ने मंगलवार को फ़ुज़ियान प्रांत में मालदीव बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए चीन को द्वीप राष्ट्र का निकटतम सहयोगी बताया। उन्होंने कहा कि चीन हमारे सबसे करीबी सहयोगियों और विकास साझेदारों में से एक बना हुआ है।

BRI प्रोजेक्ट की तारीफ

मुइज्जू ने अपने स्पीच में 2014 में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा शुरू की गई बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) परियोजनाओं की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट मालदीव के इतिहास में देखी गई सबसे महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चरल प्रोजेक्ट है। इसी के साथ उन्होंने चीन से मालदीव में अपने पर्यटकों का प्रवाह बढ़ाने का आग्रह किया। मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड से पहले चीन हमारा (मालदीव का) नंबर एक बाजार था। मेरा अनुरोध है कि हम चीन को इस स्थिति को फिर से हासिल करने के लिए प्रयास तेज करें। उधर, मालदीव की लोकल मीडिया के अनुसार, चीन और मालदीव ने हिंद महासागर द्वीप में एक एकीकृत पर्यटन क्षेत्र विकसित करने के लिए 50 मिलियन अमरीकी डालर की परियोजना पर हस्ताक्षर किए हैं।

मालदीव का सबसे बड़ा पर्यटन बाजार

मालदीव पर्यटन मंत्रालय द्वारा पहले जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत 2023 में देश के लिए सबसे बड़ा पर्यटक बाजार बना हुआ है। बीते साल सबसे अधिक पर्यटक भारत के रहे तो रूस और चीन, क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे। 2023 में मालदीव में 209,198 भारतीय पर्यटक आए तो रूस से 209,146 टूरिस्ट आए। वहीं, चीन से मालदीव आने वाले पर्यटकों की संख्या 187,118 रही।

2022 में 240,000 आगमन के साथ भारत मालदीव पर्यटन बाजार में शीर्ष पर रहा। 198,000 पर्यटकों के साथ रूस दूसरे स्थान पर रहा और 177,000 से अधिक पर्यटकों के साथ ब्रिटेन तीसरे स्थान पर रहा। कोविड से पहले चीन 2.80 लाख से अधिक पर्यटकों के साथ शीर्ष स्थान पर था। दरअसल, 2022 में चीन-मालदीव द्विपक्षीय व्यापार कुल 451.29 मिलियन अमेरिकी डॉलर का था जिसमें मालदीव से 60,000 अमेरिकी डॉलर के निर्यात के मुकाबले चीन का निर्यात 451.29 मिलियन अमेरिकी डॉलर था।

यह है विवाद

बीते दिनों पीएम मोदी ने लक्षद्वीप की यात्रा की थी। यहां उन्होंने विभिन्न स्पॉट्स के फोटो शेयर किए थे। इसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने लक्षद्वीप को एक बेहतरीन टूरिज्म स्पॉट बताते हुए इसे मालदीव से बेहतर बताया था। सोशल मीडिया यूजर्स ने 36 द्वीपों वाले केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप को लेकर कई सुझाव भी दिए। इसके बाद ज़ाहिद रमीज़ के अलावा मालदीव के अन्य मंत्रियों मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महज़ूम माजिद ने भी पीएम मोदी के खिलाफ कमेंट किया था। 

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